सत्य से मुंह मोड़ना। राजधर्म और धर्म में अन्तर होना चाहिए। राजधर्म के आगे धर्म बौना हो जाता है। राजधर्म में सबसे पहले देश होता है। देश हित को ध्यान में रखकर फैसले लेने चाहिए। लेकिन हुआ इसके विपरीत। आज भी अगर देशहित को आगे रखकर कांग्रेस चले तो सत्ता आ सकती है, लेकिन मोहवश अपनों को आगे रखकर चला जा रहा। ऐसी अनेक बातेें है जो देश हित में नहीं जाती, कुर्सी हित में जाती हैं, इसीलिए कांग्रेस पिछड़ रही है।