पत्र संपादक के नाम::::"बीड़ी सस्ती हुक्का महंगा"......इस बार गज़ब क्ा बजट रहा. डाउन टू अर्थ (असली उत्पादक किसान को राहत और बडे रुपया उत्पादक-अमीर पर कर वसूली क्ा फार्मूला) की सरकार की सोच अवश्य रंग लायेगी. भविश्य में असली भारत जो गाँवों में बसा है उसका विकास होगा तो जरूर भारत की अर्थ्व्यवसथा सुदृढ़ होगी. हान मिडिल क्लास जरूर इससे नाखुश है. वो बेचारा सदैव से ही सैंडविच रहा है और आगे भी रहेगा. उसे कोई विशेष राहत नहीं मिलीं. जटली की केतली से मोदी की बजट रुपी चाय अवश्य स्वादिष्ट रही परन्तु धुन्वा मिडिल क्लास की आँखों को मलने को मजबूर ही करेगा...शकुन्तला महेश नेनावा, 57, गिरधर नगर (तिलक नगर के पास), इंदौर (म.प्र.)...फोन...0731-4046326.