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टिप्पणियां

najmu

धर्म इनसान के सुकून शांति के लिए बनाया गया है, हर धर्म अच्छी बाते सीखता हे, और हर धर्म अच्छा होता हे , धर्म का स्वरूप कहा बदलता हे जब इसे कुछ लोगो अपने स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करते हे और भोले भाले लोगो को बेह्काते हे, हर धर्म कि नीव इंसानियत होती हे ना की एक दुसरे के लिए नफरत ऐसा कतई नही हे के हिंदु को भगवान ने बनाया और मुसलमान को अल्लाह ने और अल्लाह और भगवान आपस में नफरत करते हो सभी ये भली भाँति जानते हे के सबको एक ने ही बनाया हे और वो हमारी मूर्खता पे हंसता होगा, धर्म को प्यार और इंसानियत के लिए इस्तेमाल करे , न कि नफरत के लिए, कट्टर पंथी चाहे हिंदू में हो या मुसलमान में दोनो ग़लत हे क्योकि कि वोह ऊपर वाले कि बनाई हुई सबसे खूबसूरत चीज इनसान को नुकसान पहुँचाते हे अपने बनायी हुई धारणा को सही साबित करने के लिए
X REPORT ABUSE Date 07-11-15 (02:56 PM)

BHUPENDER JOSHI

वोट बैंक कि राजनीति ने हिंदू धर्म का जिस तरह अवमूल्यन किया हे,वैसा हो मुग़लों और अंग्रेजो के समय भी नही किया गया था.आज सिर्फ़ वोट बैंक के लिए नेतागण खुलेआम हिंदू धर्म को गाली देते हे..हाल ही में एक मुख्य मंत्री ने तो यहा तक कहा कि''मेने अभी तक गोमांस नही खाया था,पर अब खाना सुरू करूँगा" ये कैसी राजनीति हे? क्या किसी दुसरे धर्म में उनके मौलवी,चर्च के पादरी,सभी देवदूत हे..क्या सभी बुराइयां इसी एक्मात्र हिंदू धर्म में ही हे? देश का मीडिया भी इस शोर शराबे में बड़ चढ़ कर हिस्सा लेता हे. उसका तो कम ही तिल का ताड़ बनाना राह गया हे..एक राजनेता हे जो रामदेव बाबा को धूर्त,ठग,और ना जाने किन किन उप्माओ से उन्हें नवाजा करते हे..जबकि मेरे एक निकट सम्भधि.जो किडनी रोग से परेसान थे.उन्हें डॉक्टरों ने एक किडनी निकलवाने कि सलाहा दी थी. उन्होंने बाबा रामदेव कि दवा ली. वो आज भारतीय सेना में अपनी सेवाये दे रहे हे..मेरा कहना का तात्पर्य सिर्फ़ इतना हे कि कोई भी धर्म परिपूर्ण नही हे..हो सकता हे? हम अगर हिंदू धर्म के हितकारी हेतो हमे ऐसे लोगो से सावधान होना होगा जो उठते बैठते हिंदू होने के बाद भी हिंदू धर्म को गलियाँ देते हे..अगर कोई सम्शया हे तो लोगो को उस बारे में बताये.सुधार के तरीके भी बताये..ना कि धर्म का मखौल बनाए?
X REPORT ABUSE Date 06-11-15 (04:53 PM)

BHUPENDER JOSHI

वोट बैंक कि राजनीति ने हिंदू धर्म का जिस तरह अवमूल्यन किया हे,वैसा हो मुग़लों और अंग्रेजो के समय भी नही किया गया था.आज सिर्फ़ वोट बैंक के लिए नेतागण खुलेआम हिंदू धर्म को गाली देते हे..हाल ही में एक मुख्य मंत्री ने तो यहा तक कहा कि''मेने अभी तक गोमांस नही खाया था,पर अब खाना सुरू करूँगा" ये कैसी राजनीति हे? क्या किसी दुसरे धर्म में उनके मौलवी,चर्च के पादरी,सभी देवदूत हे..क्या सभी बुराइयां इसी एक्मात्र हिंदू धर्म में ही हे? देश का मीडिया भी इस शोर शराबे में बड़ चढ़ कर हिस्सा लेता हे. उसका तो कम ही तिल का ताड़ बनाना राह गया हे..एक राजनेता हे जो रामदेव बाबा को धूर्त,ठग,और ना जाने किन किन उप्माओ से उन्हें नवाजा करते हे..जबकि मेरे एक निकट सम्भधि.जो किडनी रोग से परेसान थे.उन्हें डॉक्टरों ने एक किडनी निकलवाने कि सलाहा दी थी. उन्होंने बाबा रामदेव कि दवा ली. वो आज भारतीय सेना में अपनी सेवाये दे रहे हे..मेरा कहना का तात्पर्य सिर्फ़ इतना हे कि कोई भी धर्म परिपूर्ण नही हे..हो सकता हे? हम अगर हिंदू धर्म के हितकारी हेतो हमे ऐसे लोगो से सावधान होना होगा जो उठते बैठते हिंदू होने के बाद भी हिंदू धर्म को गलियाँ देते हे..अगर कोई सम्शया हे तो लोगो को उस बारे में बताये.सुधार के तरीके भी बताये..ना कि धर्म का मखौल बनाए?
X REPORT ABUSE Date 06-11-15 (04:53 PM)

kalyan

सनातन धर्म के धर्म ग्रंथो के अनुसार सिर्फ श्रीकृष्ण, विष्णु, शिव, दुर्गा, सूर्य, गणेश, लक्ष्मी, सरस्वती, गायत्री, गंगा आदि और ईश्वर के अवतारों , हनुमान जी आदि की पूजा की जा सकती है। चूँकि साईं का जन्म, धर्म, और साईं के विचार विवादास्पद है एक चाँद मिया नाम के व्यक्ति ने साईं नाम रख कर भोले भाले, भटके हुए और बुद्धिहीन हिन्दुओ को बेवकूफ बनाया है और वर्तमान में साईं के मंदिरो और साईं के नाम पर धंधेबाजी भी हो रही है। आसाराम, निर्मल बाबा और सत्यसाईं साईं बाबा सब एक ही है। कुछ मुर्ख योगऋषि स्वामीजी रामदेव जी महाराज पर गलत आॅपर लगा रहे जिन्होंने पुरे देश को योग सीखा दिया और आयुर्वेद , स्वदेशी का प्रचार करके भारत का स्वाभिमान बढ़ाया है। साईं की पूजा करने के स्थान पर योग और आयुर्वेद की शिक्षा दी जानी चाहिए वेद और भारत की प्राचीन विद्याओ की शिक्षा दी जानी चाहिए।
X REPORT ABUSE Date 06-11-15 (04:03 PM)

Lachu

शंकराचार्य जी भगवान हर इनसान के अन्दर होते है. श्री राम भी भगवान है, श्री करिश्ना जी भी भगवान है,साईं बाबा भी महान है. आपको तो खुश होना चआइए कि साईं बाबा भगवान के अवतार है. आप भी जय साईं राम बोले. साईं राम का मतलब है आत्मा परआत्मा. भगवान सब मैं है. साईं ओम और हरि ओम अएक है
X REPORT ABUSE Date 05-11-15 (09:28 PM)

Pawan Kumar

पेह्ले तो इस दुनिया में बाबा लोगो के धन कि क्या जरूरत है, साथ ही उन्हें आधुनिक चीजों के प्रयोग के क्या जरूरत है, मै तो पढ़ा है कि बाबा लोगो को निस्वर्थ भाव से भगवान के ध्यान करना चाहिए, पर अभी तो आशा राम जी आ रहे है तो रामदेव जी 1200 सौ करोड़ के मालिक बन गए हैं ये कैसे ऋषि मुनि के देश बन गए हैं , अब इस देश के लोग समझ लेना चाहिए कि अभी हम कुछ भी करेंगे तो लोग जल्द से जल्द अगला बात समझ जाते है ओर उसका निश्क्र्य भी निकाल लेते है इसका ही देन हैं इस बदले हुए दुनिया क्ा रुप
X REPORT ABUSE Date 05-11-15 (01:17 PM)

D B S SENGAR

ये वही शंकराचार्य हे जिन्होंने लोकसभा चुनावों में एक पत्रकार को सिर्फ़ इसलिए थप्पड़ मार दिया था कि उसने इनसे पूछ लिया था कि ''क्या मोदी जी लोक् सभा चुनाव जीत रहे हे" वैसे भी ये मध्य प्रदेश के भूत पूर्व मुखय मंत्री दिग्विजय सिंह जी के गुरु हे, अब आप ही सोच लीजिए जिनका चेला ऐसा हे वो गुरु तो "' गुरु घंटाल " होगा ही.जिस शंकराचार्य का अपने क्रोध पर ही नियंत्रण ना हो में तो उसे क़तई शंकराचार्य नही मानता /
X REPORT ABUSE Date 04-11-15 (04:36 PM)

SHRIPRAKASH

रहने दे माँ छाऊ हम विरोध ना कराएँगे आख़िर ह तो शंकराचार्य ....ना मिते महिमा अप्पर हम अपमान साह लेगे
X REPORT ABUSE Date 05-11-15 (12:03 PM)

S K Pandey

शंकराचार्य को संतान धर्म कि चिंता है ना कि साईं बाबा कि, शास्त्र कथन है "---अ‍हि$मिव जनयोंग: सर्वदा वर्ज्येद्य: कुनपमिव सुनारिम त्यक्तु कमो विरागि !!--" चैतन्य कि पूजा होती है प्राण प्रतिस्था के बाद जो वैदिक मंत्र ही से हो सकता है !!
X REPORT ABUSE Date 04-11-15 (02:03 PM)