आज बीजेपी को इतना कुछ करने की क्या जरूरत पड़ गई की इतना बड़ा बिहार के लिए पैकेज बना डाले, इससे पहले के भी तो सरकार थे, या मोदी जी भी तो पिछले १ साल से जयदा दिन से तो सत्ता मे है तो पहले क्यों नहीं ये काम किये, आज ही क्यों? सरकार जितना भी घोसना किया है वो क्या जनता तक पहुंच पायेगा? यदि हां तो कैसे? कियोंकि लोकल नेता और उसके गुंडे तो पहले से ही प्लान कर के रख लेते है की इस पैसे के नाम पर कैसे खर्च किया जय और दिखाया जय, सरकार तो ये करना चाहिए की ब्लॉक लेवल अफसर को निगरानी करनी चाहिए और उसे फिजिकली गाऊँ गाऊँ भेजना चाहिए और पता लगाना चाहिए की वो जो भी पैसे दे रहे है क्या सही लोग तो जा रहे है या नहीं, वहाँ तो जिसके पास दस भिघा खेती दस भैंसे है उसे भी पैसे दिए जा रहे मजदूर के तरह इस हालत में तो गरीब वइसे ही रह जायेंगे जैसे लोकल नेता और उसके गुंडे चाहते है इस मुद्दे को सरकार को पहले निगरानी करनी चाहिए के ये पैसे कैसे उपयोग किया जय कहाँ उपयोग किया जय ना की गुंडा लोगो के मनमानी होने दिया जय.