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टिप्पणियां

Harmesh sharma

Koi bhee adhikari ho,agar woh iman dar hai to use kai kathinai ka sahmna karna parta hai-agar woh imandai nahi hai to apna kath ke handi chala leta hai-agar teasri type jani jaisa desh vaisa bhes mouka dekh kar apne ko girgit ke trah badlne wala hai woh bhee apna kaam chalaki se chla leta hai--koi bhee kaam desh ke or janta ke hito ke sath jurah hota hai--yeh neta log bhee apne hito ka khas khyal rakhten hai desh ja janta bhar main jai-panch ungle brabar nahi hoti-har insaan main kuch burak kuch sachai bhee hoti hai-burai barh jae to bura sachai barh jae to achha----janta ke nazar se hota hai or kaam karne ke dhang se---kitab likhne kee agya honi chahey ja nahi--mera apna nizi khyal hai ke YEH ANUMATI NAHI HONI CHAHEY---adhikari agar kitab likhta hai kya ptah ke woh sach hai ja uski mangharat kahani --jo bhee ho yeh kitab bhee desh or janta ko gumrah kar sakti hai------aisa hua bhee hai jai hind
X REPORT ABUSE Date 13-07-15 (07:10 PM)

c m prasad

चाहे सुरक्षा एजेंसियों से जुडे हुए अधिकारी हों या कोई भी भारतीय साधारण नागरिक, किसी को भी ऐसी पुस्तक नहीं लिखनी चाहिये जिससे भीरतीय सुरक्षा पर कोई आँच आती हो ।
X REPORT ABUSE Date 10-07-15 (05:31 PM)

Pawan Kumar

ये वो अधिकारी करते है जो अपने कार्यकाल के दौरान या तो अछा काम नही करते या तो नेता लोगो के माखन बाज़ी करते है, आज तक के हिसाब देखे तो जो ईमानदार अधिकारी होते है उसे या तो अपने नौकरी के दौरान ट्रांसफर होते है कि वो ओर उसेक परिवार उस दौरान परेशानी ही झेलते रहते हैं, जैसे अशोक खेम्का, जोगिंदेर सिंह, ओर भी होगे, एक आम आद्मि अपने जिंद्गि मै अपने बचे तक को अछा से नही परवरिश कर पते है पैर ये अधिकरि तो इसि दौरान तीन पुस्तो तक के जोर का र रख देते हैं तो इस देश का भला कैसे होगा, उसके बाद भी इस तरहके किताब या कहानी बीचकर लोगो के बेब्कुफबनाते है इस पैर तो पुरी तरह से बंदकर दिया जाना चाहिए
X REPORT ABUSE Date 07-07-15 (07:12 PM)

ajit jain

जी बिल्कुल रओक्क लगना चहिअ
X REPORT ABUSE Date 07-07-15 (02:52 PM)

Amit Saxena

हमारे देश मैं अभिव्यक्ति कि आजादी है किन्तु इसका ये मतलब नही है कि इसका लाभ ग़लत तरीके से लिया जआयें. आप किसी ऑफिस मैं कम करते है तो उसके अंदंर बाहर कि कई बातें जानते है, अगर आप को कुछ ग़लत लगता है तो आपको उसी समय प्रतिक्रिया देनी चअहिये ना कि काम छोड़ने के बाद. और ये तो देश का मामला है. देश से ज्व्यदा कुछ नही होता.अगर आप को लग रहा था कि सरकार ग़लत कर रही है तो उसी समय आवाज़ उठानी थी या इस्तीफा दे देना था. आज जो आप कर रहे है वो सिर्फ़ किताब बेचने का हत्कंदा है. आप पर देश दारोह का मुकदमा चलना चाहिए. याद रखे यहाँ जनता कि चुनी हुई सरकार होती है जिसका हर फ़ैसला जनता का फ़ैसला होता है. अब वो सही हो या ग़लत कोई फर्क नही पड़ता क्योंकि वो अपने देश के लिए होता है. आप जैसे लोगो को शर्म आनि चाहिये जो अपने मुल्क कि गोपनीय सुरकशा से जुड़े मुद्दों को अपने निजी लाभ के लिए उछालते है.
X REPORT ABUSE Date 07-07-15 (09:54 AM)

amit

ऐसा ही बिलकुल /
X REPORT ABUSE Date 08-07-15 (11:26 AM)

amit

ऐसा ही बिलकुल /
X REPORT ABUSE Date 08-07-15 (11:26 AM)

amit

ऐसा ही बिलकुल /
X REPORT ABUSE Date 08-07-15 (11:26 AM)

lakshman purwal

बिलकुल सब के सब गद्दार है जहाँ रहकर माल कमा रहे थे वही कि पोल खोल रहे हैं.जब जब कर रहे थे तब सब ठीक था.वह रे बदमाशों कुछ तो शर्म करो.
X REPORT ABUSE Date 06-07-15 (08:28 PM)

D B S SENGAR

जब कोई भूत पूर्व अधिकारी अपने कार्यकाल के स्मरण पर किताब जारी करता हे तो उसकी मनसा ये होती हे कि उसमें कुछ मिर्च मसाला भी हो ताकि उसकी किताब विवादों में आए और वो ज्यादा बीके, इसलिए वो अपने संस्मरणों में ऐसा कुछ दल देते हे कि विवाद तो होना ही हे..अभी हाल में''रा' के भुत्पुर्व मुखिया ने जो किताब लिखी हे उसने ऐसा कुछ भी नही हे जो देश के लोगो को मालूम ना हो..जब ''कंधारकांड'' हुआ था उस समय कि बाजपेए सरकार ने जो भी कदम उठाये थे वो 174 यात्रियों कि जिंदगी बचाने के लिए उठाये थे और आज का विपक्ष उस समय सरकार के साथ भी खड़ा था..पर अब राज्नितिक रोटियां सेक्ने के लिए छाती पीट रहा हे..ये हे देश कि सबसे ज्यादा समय राज करने वाली पार्टी का चरित्र ? जब मोदी जी को किसी भी मुद्दे पर नही घेर पये तो अब इस मर्त्य् मुद्दे पर विधवा विलाप सुरू कर दिया....जब तक इस तरह का वितिप्त विपक्ष रहेगाँ सकारात्मक मुद्दे खत्म होते रहेंगे..भगवान इस कांग्रेस को विरोध करने कि शक्ति प्रदान करे..आमीन
X REPORT ABUSE Date 06-07-15 (07:22 PM)

Rakesh KUmar Gupta

सुरक्षा एजेंसियों ही नहीं, बल्कि सिविल सेवा के अधिकारियों को न केवल रिटायरमेंट, बल्कि सेवा के दौरान भी अपनी बात कहने की खुली अनुमति सरकार द्वारा दी जानी चाहिये ताकि ये लोग सरकार की असलियत को जनता के सामने ला सकें | सरकारी अधिकारी भी इस देश के नागरिक होते हैं और उनके अभिव्यक्ति के अधिकारों का सम्मान अवश्य किया जाना चाहिये, खासकर जनहित के मामलों में |
X REPORT ABUSE Date 06-07-15 (04:18 PM)

Sudhir Tiwari

प्रश्न यह है कि अपनी आयु के 30-35 साल सरकार की सेवा में रहस्य का परदा ओढ़कर रहे ये अधिकारी आख़िर को अपनी खीज उतार कर क्या हासिल करना चाहते हैं ? फिर क्या इन्हें इतनी भी समझ नहीं होती कि ऐसा करके वे एक पुरानी कहावत " दूसरे का अपशकुन करने के लिए अपनी नाक काटने के लिए तैयार होना" को सत्यं सिद्ध कर रहे होते हैं. या फिर कोई और प्रलोभन होता है ? भगवान जाने?
X REPORT ABUSE Date 06-07-15 (12:45 PM)

Shubham Bajpai

वो अधिकारी करते है जो अपने कार्यकाल के दौरान या तो अछा काम नही करते या तो नेता लोगो के माखन बाज़ी करते है, आज तक के हिसाब देखे तो जो ईमानदार अधिकारी होते है उसे या तो अपने नौकरी के दौरान ट्रांसफर होते है कि वो ओर उसेक परिवार उस दौरान परेशानी ही झेलते रहते हैं, जैसे अशोक खेम्का, जोगिंदेर सिंह, ओर भी होगे, एक आम आद्मि अपने जिंद्गि मै अपने बचे तक को अछा से नही परवरिश कर पते है पैर ये अधिकरि तो इसि दौरान तीन पुस्तो तक के जोर का र रख देते हैं तो इस देश का भला कैसे होगा, उसके बाद भी इस तरहके किताब या कहानी बीचकर लोगो के बेब्कुफबनाते है इस पैर तो पुरी तरह से बंदकर दिया जाना चाहिए जब ''कंधारकांड'' हुआ था उस समय कि बाजपेए सरकार ने जो भी कदम उठाये थे वो 174 यात्रियों कि जिंदगी बचाने के लिए उठाये थे और आज का विपक्ष उस समय सरकार के साथ भी खड़ा था..पर अब राज्नितिक रोटियां सेक्ने के लिए छाती पीट रहा हे..ये हे देश कि सबसे ज्यादा समय राज करने वाली पार्टी का चरित्र ? जब मोदी जी को किसी भी मुद्दे पर नही घेर पये तो अब इस मर्त्य् मुद्दे पर विधवा विलाप सुरू कर दिया....जब तक इस तरह का वितिप्त विपक्ष रहेगाँ सकारात्मक मुद्दे खत्म होते रहेंगे..भगवान इस कांग्रेस को विरोध करने कि शक्ति प्रदान करे.जब ''कंधारकांड'' हुआ था उस समय कि बाजपेए सरकार ने जो भी कदम उठाये थे वो 174 यात्रियों कि जिंदगी बचाने के लिए उठाये थे और आज का विपक्ष उस समय सरकार के साथ भी खड़ा था..पर अब राज्नितिक रोटियां सेक्ने के लिए छाती पीट रहा हे..ये हे देश कि सबसे ज्यादा समय राज करने वाली पार्टी का चरित्र ? जब मोदी जी को किसी भी मुद्दे पर नही घेर पये तो अब इस मर्त्य् मुद्दे पर विधवा विलाप सुरू कर दिया....जब तक इस तरह का वितिप्त विपक्ष रहेगाँ सकारात्मक मुद्दे खत्म होते रहेंगे..भगवान इस कांग्रेस को विरोध करने कि शक्ति प्रदान करे.
X REPORT ABUSE Date 14-07-15 (05:25 PM)

Mahesh Nenava

सुरक्षा एजंसी हो या खुफिया इनसे जुडे अधिकारियों की कोई भी पुस्तक या आलेख अगर आलोचनात्मक हो या "पोल-खोल" जैसे हो तो उन पर तो अविलम्ब रोक लगा ही देनी चाहिए और भविष्य में हिदायते दे देनी चाहिए कि ऐसी गुस्ताखिया देश की सुरक्षा को लेकर कोई न करें. हां कोई व्यवस्था में सुधार हेतु सुझावात्मक बातें कहता है और वो देशहित व जनहित को मद्देनजर रखते हुए तो जरूर उस पर सरकार गौर कर सकती है.
X REPORT ABUSE Date 05-07-15 (12:22 AM)

ashokpandey

इस प्रकार के अधिकारी तो ग़लत होते है जोसुरचा मे कमिको उजागर करते है.यह देश के साथ बिस्वआस घात करताहै/ ईस प्रकार के kittabo पर रोक लगानी चाहिए/
X REPORT ABUSE Date 04-07-15 (08:40 PM)

ashokpandey

इस प्रकार के अधिकारी तो ग़लत होते है जोसुरचा मे कमिको उजागर करते है.यह देश के साथ बिस्वआस घात करताहै/ ईस प्रकार के kittabo पर रोक लगानी चाहिए/
X REPORT ABUSE Date 04-07-15 (08:40 PM)

ashokpandey

इस प्रकार के अधिकारी तो ग़लत होते है जोसुरचा मे कमिको उजागर करते है.यह देश के साथ बिस्वआस घात करताहै/ ईस प्रकार के kittabo पर रोक लगानी चाहिए/
X REPORT ABUSE Date 04-07-15 (08:40 PM)