सर आर्थर कानन डॉयल की कहानी द ऐड्वेंचर ऑफ़ द नोरवुड बिल्डर याद आती है, जिस में खलनायक इस वजह से पकडा जाता है क्योंकि वह एक ऐसी चीज को बेहतर बनाने का प्रयास करता है, जो पहले से ही परफेक्ट थी.
शोले 3 डी भी एक ऐसा ही प्रयोग है. शोले पहले से ही एक परफेक्ट फ़िल्म है- उसमें 3 डी से कोई वैल्यू एडिशन नहीं होता.