अब आम जनता को विकाश के नाम पर ज्यादा दिनों तक वेव्कुफ नही बनाया जा सकता हे.क्या वजह हे कि जिन नेताओं का लगभग 15 सालों तक शासन रहा वो अब भी विकाश करने के लिए और 5 साल माँग रहे हे,क्या किसी भी दल को 15 सालों का समय विकाश के लिए कम हे,अब वो दिन नही रहे कि आम आदमी इन मुगालतो में इतना लंबा समय बीता दे, अब आम आदमी विकाश तो चाहता हे वो भी तुरत फुरत और जो पार्टी ये कर पायेगि वो जनता का विश्वास जीतेगी, जो ऐसा नही कर पायेगे उन्हें घर बैठना तय माना जाए