हाल ही में नरेद्र मोदी के दिए गए बयान के संधर्व ही बदल दिया गया हे, उन्होंने मुस्लिमों को कुत्ता कभी नही कहा उनका आशय था कि जब किसी वाहन से टकराकर किसी निरीह जानवर कि मौत हो जाती हे तब दुःख होता हे ऐसे में अगर उनके प्रदेश में जो दंगे हुए उसमें जान माल का जो नुक्शान हुया तब क्या एक मुख्मंत्रि को दुःख नही हुया होगा, इस बयान को लोगो ने अपने अपने स्वार्थ और मुस्लिमों में मोदी का भय दिखाकर विधया विलाप सुरू कर दिया, और पुरी कि पुरी पार्टी उस बयान को तोड़ मरोड़ कर जनता में भ्रम फेलाने में लग गई, रही बात मोदिजि के फाय्दे और नुकसान कि तो ये सब अगले चुनाव में जनता दे देगी, अभी तो जनता को कई सवालों के जबाब चाहिए अभी तो मोदी जी ने सुरुवात कि हे अभी से इनके होश क्यो उड रहे हे