नितीश कुमार को 17 साल लग गए भारतीय जनता पार्टी को समझने कि ये पार्टी तो 'सांप्रदायिक' हे. हमारे देश में आजकल एक सगल चला हे कि आप या आपकी पार्टी चाहे वोटों कि राजनीति करे आप सिर्फ़ भारतीय जनता पार्टी को सांप्रदायिक कहाँ कर गाली बाकौ आप देश के सबसे बड़े "धर्म निरपेक्ष'" हाल ही में हमारे प्रधान मंत्री जी ने कहा था दुनिया हम पर हँस रही हे, श्रीमान आप एक 86 साल के अतिवरिस्ठ को 'श्रम मंत्री" बनाओगे तो लोग हसेगे भी और आश्चर्य भी करेगें.86 साल का कोई वुजुर्ग कैसे मंत्री हो सकता हे सिर्फ़ ये हमारे देश में और मन मोहनजी के राज्य में ही हो सकता हे,वो भी इसलिए कि कुछ जाट वोट पार्टी को मिल जाए,और दूसरी बात मोदी जी वो नेता नही जो घबरा कर अपने कदम पीछे खीँच ले,अब देश सिर्फ़ मोदी और सिर्फ़ मोदी चाहता हे,बाकी कोई दलिल नही बहुत हो चुका धर्त्म निरपेक्ष और साम्प्रदातयिक्ता का बेदंगा राग अब देश जान चुका और देख् चुका हे कैसे वोटों के लिए समाज को बाँटा जाता हे, मेरे मुस्लिम दोस्तों का भी येहि कहना हे कि अब कि बार मोदी जी को देश का मुखिया बन जाना चाहिए