देश कि आजादी के बाद सबसे अलोक्प्रिय, अकर्मठ,इस शासन को अगर सरकार कहा जां रहा हे तो ये देश के सविधान को फिर से लिखे जाने का समय आ गया हे,ये सरकार क्यू ? कैसे? चल रही हे देश का हर थोड़ी सि भी अकल रखने वाला नागरिक जानता हे,रही बात भारतीय जनता पार्टी कि तो वो ''गुलामों कि भीड़" नही हे वहा हर एक को बोलने कि आजादी हे, वहा यह भी नही होता कि एक बच्चा बुजोर्गो कि क्लास ले, ये सिर्फ़ कांग्रेस में ही होता आया हे और होता रहेगा.और भरिया जनता पार्टी के एक नेता का ये कथन कि 'हम मोदि को गंभीरता से नही लेते, उन श्रीमान से मेरा कहना हे कि '' देश के लोगो ने अब आपको और आपकी पार्टी को गंभीरता से लेना छोड़ दिया हे''