इस सरकार को सरकार कहना देश के प्रजातंत को गाली देना हे, ये सरकार यथस्थ्ति बनाये रख कर अपने युवराज को देश को देश पर थोपना चाहती हे, अब तो देश के प्रधान मंत्री भी ओछी राजनीति पर आ गए हे, पहले गुजरात में यह कह पर कि वहा मुस्लिम सुरक्षित नही हे और अब कर्नाटक में येहि बात दूहरा कर उन्होंने भी बता दिया हे कि वो भी अपनी पार्टी के कुछ वोट बैंक कि राजनीति करने वाले नेताओं से अलग नही हे,ये येन कैन प्रक्रेन वापस सत्ता में आने का ख्वाव देख् रहे हे, इनके होते हुए चीन क्या श्री लंका और बंगला देश भी आँखें दिखाए तो अजूबा नही होगा,ये सरकार देश के लोगो का और अपना श्यम का विश्वास भी खो चुकी हे, अब इस देश को मोदी जैसा त्वरित निर्णय लेने वाला मुखिया चाहिए ना कि भाव्नात्कम ब्लैक मेल करने वाले, बीना रीड के नेता.