i think time should be given to him because there are many workers whose daily bread are attached with film.sanjay has got the punishment why should we punished other people.so this is right decision
पहले ही न्याय का मखौल काफी उड चुका है.अब संजू बाबा को ससुराल जरूर जाना चाहिये .और हाँ आने वाले चुनाव के लिए कोंग्रेस की ओर से उनका टिकट भी पक्का कर दिया जाय.
हमारे देश का कानून केवल शक्तिशाली लोगो कि सुनता है.संजय दत्त के सरेंडर पर इतनी जल्दी फैसला और करोड़ों पेंडिंग केस की सुनवाई के लिए कोई समय नही.अगर कोई मजदूर कहता कि उसके पेंडिंग काम निपटाने के लिए मोहलत चाहिये तो क्या सुप्रीम कोर्ट उसे मोहलत देती.
कानून और नियम लोगो को सुधारने हेतु banaaya जाने होते है.लेकिन आँख बंद कर सजा देने का कोई मतलब नही होता है. किसी को जेल भी कम होगी और किसी को फटकार काफी होगी.संजया दत्त को कोई अन्य सजा दी जा सकती है.उसे अपराधियों के साथ जेल में डालना जरूरी है क्या.