लेकिन छात्रों को ऐसा क्या राजनीति करना जरूरी है कि भले ही जान चली जाये... किशोर उम्र में पढाई ज्यादा महत्त्वपूर्ण है या किसी पार्टी से जुडना. और आज भी देश का भविष्य पढ़े लिखे युवा ही बना रहे हैं, राजनीति वाले युवा तो बस आशाओं को धूमिल ही कर रहे हैं....