अभिसेक मनु सिंघवी का कारनामा हम देख् चुके हे.बड़ा महात्मा बनता था,अब फिर से टी.बी.पर आ गया हे,संजय पहले शिव सेना के साथ हुआ करता था,फिर निजी फाय्दे के लिए कांग्रेस में आ गया ये हि क्या रेणुका चौधरी,बेनी प्रसाद,ना जाने कौन कौन अजूबे हे इनके पास,इनके लिए तो एक पुरानी कहावत हे "जिसने बाप को बाप नही कहा वो पड़ोसी को काका क्या कहेगा" इनसे शलिनता कि उम्मीद करना बेवकूफी हे,इन्हे तो सड़क पर जुते मारे जाना चाहिए.