देश कि जनता ही सिखंडी हे जो कुछ भी सरकार करे उसे मान लेती हे,हमसे अच्छे तो दुनिया के वह छोटे छोटे देश हे जिन्होंने अपने यहा बरसों से जमे कुशासन को उखाड़ फेका,हम तो सिर्फ़ बहस में अपने विचार लिख सकते हे,विचार लिखने से कुछ नही होने वाला,आज देश को भगत सिंह कि जरूरत हे ना कि सलीम जावेद की,शर्म हो तो लिखने से पहले लड़ना सिखों,सड़क पर आ कर इनकी खटिया खड़ी एक कर दो