ब्लू फिल्मों, फूहड़ चल चित्रों , अति रंजीत चैनलों ने सारा देश बंधक बना रखा है. शिक्षा का प्रसार,युवाओं की रचनात्मक प्रवृत्ति, उनको माता पिता का प्यार और देख् रेख मिलना ,, अइए बहु आयामी प्रयत्नों से और जिम्मेदारी दी भावना बढ़े ऐसी कोशिशों से जरूर फर्क होगा.