सेलिना जेटली का भाई UAE में बंद: हाईकोर्ट पहुंचीं एक्ट्रेस, सरकार की चुप्पी पर उठाए बड़े सवाल
एक्ट्रेस सेलिना जेटली ने दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया है। उन्होंने अपने भाई मेजर (रिटायर्ड) विक्रांत कुमार जेटली के लिए लिखित याचिका दाखिल की है, जो पिछले एक साल से UAE में नजरबंद बताए जा रहे हैं। सेलिना ने कहा कि भारत का विदेश मंत्रालय विदेश में फंसे भारतीय नागरिकों की रक्षा करने के लिए जिम्मेदार है, इसलिए उन्हें तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए।
याचिका में क्या मांगा गया?
याचिका में कहा गया है कि मेजर जेटली को मेडिकल सुविधा, वकील और काउंसलर तक पहुंच दिलाई जाए। सेलिना चाहती हैं कि उनके भाई को कानूनी प्रतिनिधित्व मिले और आवश्यक खर्च के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए। इसके साथ ही उन्होंने न्यायालय से प्रार्थना की है कि परिवार और विक्रांत के बीच संचार की सुविधा बहाल की जाए, क्योंकि अब तक परिवार उनसे बात करने में सक्षम नहीं है।
उन्होंने UAE अधिकारियों से भी आग्रह किया है कि अंतरराष्ट्रीय कानून और विएना कंवेंशन के तहत उनके भाई के अधिकारों का सम्मान किया जाए।
भारत सरकार पर निष्क्रियता का आरोप
सेलिना के अनुसार परिवार पिछले 14 महीनों से भारतीय दूतावास और विदेश मंत्रालय से मदद मांग रहा है, लेकिन उन्हें कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की निष्क्रियता भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 और 21 का उल्लंघन है, जो हर नागरिक के जीवन और समानता के अधिकार की रक्षा करता है।
उनका आरोप है कि अगर सरकार कार्रवाई नहीं करती तो यह भारत के उन नियमों के खिलाफ है जो विदेशों में रह रहे भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।
दिल्ली हाईकोर्ट की सुनवाई और कोर्ट का निर्देश
सेलिना ने सोशल मीडिया पर बताया कि दिल्ली हाईकोर्ट ने उनकी याचिका पर सुनवाई की और सरकार को स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया। जस्टिस सचिन दत्ता ने इस मामले के लिए एक नोडल ऑफिसर नियुक्त किया है, जो UAE में बंद विक्रांत जेटली के मामले में सभी सहयोग और संपर्क सुनिश्चित करेगा।
सेलिना ने कोर्ट परिसर से पोस्ट लिखते हुए कहा कि 14 महीनों के संघर्ष के बाद उन्हें उम्मीद की किरण दिखाई दी है। उन्होंने अपने भाई को "फोर्स्ड डिसअपीयरेंस" और हिरासत में रखने का मामला बताया।
भावुक पोस्ट में छलका दर्द
उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा कि यह उनके लिए एक मुश्किल और लंबी लड़ाई रही है, लेकिन अब उन्हें लगता है कि न्याय की राह खुल रही है। उन्होंने देश के न्याय तंत्र और उन सभी लोगों का शुक्रिया किया जो इस संघर्ष में उनके साथ रहे।