कुछ लोग दान कम देते हैं और शोर ज्यादा मचाते हैं ताकि लोगों को पता चल सके कि वे कितने बड़े दानवीर हैं। दूसरी ओर कुछ ऐसे लोग भी हैं जो चैरिटी वर्क इस तरीके से करते है कि कानो-कान खबर नहीं होती। असिन भी इन लोगों में शामिल हैं।
असिन अपने चैरिटी वर्क के बारे में बात करना पसंद नहीं करती हैं। वे नहीं चाहतीं कि उनके इस पहलू की हर तरफ चर्चा हो। ऐसा ही उनका एक पक्ष हम आपके साथ बाँटना चाहते हैं।
असिन केरल और चेन्नई की कई एनजीओ से जुड़ी हुई हैं। उन्हें जब भी समय मिलता है वे इन संस्थाओं में जाती हैं और उनके काम में हाथ बँटाने की कोशिश करती हैं। जरूरतमंदों की वे यथासंभव मदद करने की कोशिश करती हैं।
असिन से जुड़े एक सूत्र के मुताबिक वे वर्षों से ऐसा कर रही हैं और ये बात उनके परिवार के अलावा कोई और नहीं जानता। इस तरह के कार्यों से प्रचार पाने का उनका कोई मकसद नहीं है।