‘फूँक’ की अच्छी शुरुआत
बॉक्स ऑफिस : 15 से 21 अगस्त 2008
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अगस्त को ‘फूँक’, ‘मान गए मुगल-ए-आजम’, ‘मुंबई मेरी जान’ और ‘माय फ्रेंड गणेशा 2’ जैसी फिल्में प्रदर्शित हुईं। सभी अलग-अलग तरह की फिल्में थीं।अपेक्षा के विपरीत ‘फूँक’ ने शानदार शुरुआत कर सभी को चौंका दिया। कॉमेडी, नाच-गाना, सेक्स, स्टार्स जैसी चीजें ‘फूँक’ में नदारद हैं, फिर भी दर्शकों ने अन्य फिल्मों के मुकाबले ‘फूँक’ को देखना पसंद किया। फिल्म का विषय काला जादू और शानदार तरीके से किए गए प्रचार की इसमें अहम भूमिका है। सिनेमाघर में अकेले देखने पर पाँच लाख का इनाम देने की रामू की घोषणा ने फिल्म को खासा चर्चित किया। मल्लिका शेरावत, परेश रावल, राहुल बोस और केके मेनन जैसे कलाकारों से सजी ‘मान गए मुगल-ए-आजम’ की शुरुआत बेहद कमजोर रही। करोड़ों रुपए लेने वाले ये कलाकार अपने दम पर चंद दर्शक भी नहीं जुटा सके। फिल्म की रिपोर्ट भी खराब है। दर्शक इस हास्य फिल्म को देखते समय हँसने के बजाय रोता है। ‘मुंबई मेरी जान’ को भरपूर प्रशंसा मिली, लेकिन दर्शक नहीं। यही हाल ‘माय फ्रेंड गणेशा 2’ का भी रहा। 15
अगस्त को प्रदर्शित सलमान खान की फिल्म ‘गॉड तुस्सी ग्रेट हो’ के आँकड़े देखकर लगता ही नहीं कि यह सलमान खान जैसे स्टार की फिल्म है। इस समय सारे निर्माता प्रचार के लिए भारी धन खर्च करते हैं, लेकिन इस फिल्म के निर्माता ने कंजूसी की और इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। सलमान की फिल्म पर नए नवेले नायक रणबीर की फिल्म ‘बचना ऐ हसीनों’ भारी पड़ी। फिल्म ने ठीक-ठाक शुरुआत की। छुट्टियों के दिन फिल्म के कलेक्शन बेहतर रहे, लेकिन चौथे दिन से इनमें गिरावट आ गई। बड़े शहरों के मल्टीप्लेक्स में फिल्म ने अच्छा व्यवसाय किया। दूसरे सप्ताह में भी ‘सिंह इज़ किंग’ का जोर चला, खासकर उत्तरी भारत में। पंजाब और विदेश में इस फिल्म का व्यवसाय सबसे अच्छा है, लेकिन बिहार में इस फिल्म को पसंद नहीं किया गया।
सप्ताह की टॉप पाँच फिल्में 1)
बचना ऐ हसीनों (पहला सप्ताह) 2)
सिंह इज़ किंग (दूसरा सप्ताह) 3)
गॉड तुस्सी ग्रेट हो (पहला सप्ताह) 4)
जाने तू... या जाने ना (सातवाँ सप्ताह) 5)
द ममी : ड्रेगन शहंशाह का मकबरा (तीसरा सप्ताह)