बॉलीवुड में 1 जुलाई की बड़ी चर्चा है क्योंकि इस दिन आमिर खान और अमिताभ बच्चन जैसे सुपरस्टार्स की फिल्में आमने-सामने हैं। आमिर ने भले ही ‘देल्ही बेली’ में अभिनय नहीं किया है, लेकिन एक निर्माता के रूप में वे इस फिल्म से जुड़े हुए हैं। आमिर कोई शाहरुख की तरह तो है नहीं जिन्होंने ‘ऑलवेज कभी कभी’ में बतौर निर्माता अपना नाम दिया और उसके बाद झाँक कर देखा भी नहीं कि फिल्म कैसी बनी है। न ही उसके प्रचार में दिलचस्पी ली।
आमिर किसी भी फिल्म से किसी भी रूप में जुड़ते हैं तो अपना 100 प्रतिशत देते हैं। उन्हें अपने नाम की बड़ी फिक्र रहती है। शायद इसीलिए दर्शक उनकी उन फिल्मों को देखने के लिए भी उत्सुक रहते हैं जिनके वे निर्माता होते हैं। धोबी घाट और पीपली लाइव जैसी लीक से हटकर बनी फिल्में केवल इसीलिए सफल रही हैं क्योंकि इनके निर्माता आमिर खान हैं।
दूसरी और ‘बुड्ढा हो गया बाप’ न केवल बिग बी के एबी कॉर्प की फिल्म है बल्कि इसमें उन्होंने अभिनय भी किया है। इन दोनों फिल्मों को हॉलीवुड की बड़ी फिल्म ‘ट्रांसफॉर्मर्स : डार्क ऑफ द मून’ भी टक्कर देगी, लेकिन बात करते हैं बॉलीवुड की दो फिल्मों की क्योंकि हॉलीवुड की फिल्मों का एक अलग ही दर्शक वर्ग है।
देल्ही बैली
प्लस पाइंट्स
बुड्ढा होगा तेरा बाप