ज्योतिषानुसार यदि आपकी कुंडली में मंगल है और इसी कारण आपका विवाह नहीं हो पा रहा है या विवाह होने के बाद वैवाहिक जीवन में संकट खड़े हो गए हैं तो हमारे द्वारा बताए गए ये 5 उपाय अपनाएं और निश्चिंत हो जाएं। आपका मंगल दोष शांत हो जाएगा।
कोई जातक चाहे वह स्त्री हो या पुरुष उसके मांगलिक होने का अर्थ है कि उसकी कुण्डली में मंगल अपनी प्रभावी स्थिति में है। यदि आप इस दोष से मुक्त होना चाहते हैं तो लाल किताब के मात्र पांच उपाय करें। उपाय जानने के लिए वीडियो पर क्लिक करें।
लाल किताब के अनुसार मंगल आपके भाई और आपके शरीर में दौड़ रहा रक्त है। मंगल होने से यह जरूरी नहीं कि वह कुंडली में बुरा ही असर दे रहा होगा। मंगल दोष से किसी भी प्रकार से घबराने की जरूरत नहीं। माना जाता है कि कुण्डली में जब प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम अथवा द्वादश भाव में मंगल होता है तब मंगलिक दोष लगता है। ऐसी मान्यता है कि यह दोष जिनकी कुण्डली में हो उसे मंगली जीवनसाथी ही तलाश करनी चाहिए।