शुक्रवार, 19 अप्रैल 2024
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इन 7 सरल रीति से करें भगवान का पूजन, मिलेगा फल...

इन 7 सरल रीति से करें भगवान का पूजन, मिलेगा फल... - devi devta stuti Mantra
हर तरह की सफलता के लिए करें इन 7 तरीकों से पूजन 

श्रीकृष्ण स्तुति



 
 
कस्तुरी तिलकम ललाटपटले, वक्षस्थले कौस्तुभम।
नासाग्रे वरमौक्तिकम करतले, वेणु करे कंकणम।।

 
सर्वांगे हरिचन्दनम सुललितम, कंठे च मुक्तावलि।
गोपस्त्री परिवेश्तिथो विजयते, गोपाल चूडामणी।।
 
 
मूकं करोति वाचालं पंगुं लंघयते गिरिम्‌।
यत्कृपा तमहं वन्दे परमानन्द माधवम्‌।।
 

 
 

श्रीराम वंदना 


 
 
लोकाभिरामं रणरंगधीरं राजीवनेत्रं रघुवंशनाथम्।
 
कारुण्यरूपं करुणाकरं तं श्रीरामचन्द्रं शरणं प्रपद्ये।।


 
 

श्रीरामाष्टक

 
 
हे रामा पुरुषोत्तमा नरहरे नारायणा केशवा।
 
गोविन्दा गरूड़ध्वजा गुणनिधे दामोदरा माधवा।।
 
 
हे कृष्ण कमलापते यदुपते सीतापते श्रीपते।
 
बैकुण्ठाधिपते चराचरपते लक्ष्मीपते पाहिमाम्।।
 
 

जानिए एक श्लोकी रामायण... 


 

 
आदौ रामतपोवनादि गमनं हत्वा मृगं कांचनम्।
 
वैदेही हरणं जटायु मरणं सुग्रीवसम्भाषणम्।।
 
 
बालीनिर्दलनं समुद्रतरणं लंकापुरीदाहनम्।
 
पश्चाद्रावण कुम्भकर्णहननं एतद्घि श्री रामायणम्।।
 
 

सरस्वती वंदना
 

 
 
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता।
 
या वींणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपदमासना।।
 
या ब्रह्माच्युतशङ्करप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता।
 
सा माम पातु सरस्वती भगवती 
निःशेषजाड्याऽपहा।।
 
 
 

हनुमान वंदना
 

 
अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहम्‌।
दनुजवनकृषानुम् ज्ञानिनांग्रगणयम्‌।
 
सकलगुणनिधानं वानराणामधीशम्‌।
रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।।
 
मनोजवं मारुततुल्यवेगम जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठं।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतं शरणम् प्रपद्ये।।
 
 

 
 

स्वस्ति-वाचन 
 
ॐ स्वस्ति न इंद्रो वृद्धश्रवा:
स्वस्ति न: पूषा विश्ववेदा:।
 
स्वस्ति नस्तार्क्ष्यो अरिष्ट्टनेमि:स्वस्ति नो बृहस्पतिर्दधातु।।
 

 
 

शांति पाठ
 
ॐ पूर्णमद: पूर्णमिदं पूर्णात्‌ पूर्णमुदच्यते।
पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते।।
 
 
ॐ द्यौ: शान्तिरन्तरिक्ष (गुं) शान्ति:, 
पृथिवी शान्तिराप: शान्तिरोषधय: शान्ति:। 
 
वनस्पतय: शान्तिर्विश्वे देवा: शान्तिर्ब्रह्म शान्ति:,
 सर्व (गुं) शान्ति:, शान्तिरेव शान्ति:, सा मा शान्तिरेधि।। 
 
 
।।ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति:।।