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नरेंद्र मोदी बनेंगे अब भाजपा के पिछड़े वर्ग का चेहरा

नई दिल्ली| Naidunia| Last Modified गुरुवार, 12 जनवरी 2012 (00:49 IST)
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उत्तर प्रदेश में होंगे भाजपा के पिछड़े वर्ग के नेता। बदले हुए राजनीतिक समीकरणों को देखकर भाजपा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और शिवराज सिंह चौहान को उत्तर प्रदेश में स्टार प्रचारक के रूप में पेश करेगी। पिछड़े वर्ग को लुभाने के लिए भाजपा बिहार में भाजपा-जदयू गठबंधन सरकार में उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी को भी मैदान में उतारेगी। नरेंद्र मोदी, शिवराज सिंह चौहान और सुशील मोदी पिछड़े वर्ग से हैं। गुजरात में भाजपा के लिए कभी हिंदू ह्रदय सम्राट बनने वाले नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के चुनावी संग्राम में भाजपा के लिए पिछड़े वर्ग का नेता बनने का काम करेंगे। यह बात अलग है कि खुद मोदी ने भी कभी पिछड़े वर्ग की राजनीति नहीं की, लेकिन भाजपा के रणनीतिकारों को लग रहा है कि कांग्रेस, सपा और बसपा के मुकाबले राष्ट्रीय स्तर पर उसके पास पिछड़े वर्ग के नेताओं की लंबी चौड़ी फौज है। उत्तर प्रदेश में पिछड़े वर्ग की आबादी लगभग चालीस प्रतिशत है।


जाहिर है राजनीतिक दृष्टि से पिछड़े वर्ग के मतदाता चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस वोट बैंक के लिए भाजपा अपना सब कुछ दांव पर लगा रही है। केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार द्वारा अन्य पिछड़ा वर्ग के कोटे में से अल्पसंख्यकों को साढ़े चार फीसदी आरक्षण देने के फैसले को भी भाजपा अपनी राजनीति के लिए अनुकूल मान रही है। उत्तर प्रदेश में भाजपा का चुनावी समीकरण सवर्ण और पिछड़े वर्ग पर टिका है। इसी समीकरण के बल पर भाजपा ने बिहार विधानसभा चुनाव में बड़ी चुनावी जीत हासिल की थी। अब पांच राज्यों के चुनाव को ध्यान में रखकर भाजपा ने अपने सभी पिछड़े वर्ग के नेताओं को सड़क पर उतरने को कहा है। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा का प्रमुख पिछड़ा वर्ग का चेहरा उमा भारती, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय कटियार और भाजपा के राष्ट्रीय सचिव संतोष गंगवार ने मोर्चा खोल दिया है। तो देश के अन्य राज्यों में पिछड़े वर्ग के अपने सभी प्रमुख नेताओं को भाजपा ने उत्तर प्रदेश चुनाव में प्रचार के लिए उतारने का फैसला किया है। पिछड़े वर्ग की राजनीति ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को एक और नया राजनीतिक चेहरा देने का काम कर दिया है।


मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी भी भाजपा के स्टार प्रचारकों में शामिल होंगे। लोकसभा में भाजपा के उपनेता और महाराष्ट्र में पिछड़े वर्ग की राजनीति करने वाले गोपीनाथ मुंडे को भी उत्तर प्रदेश में डेरा डालने को कहा गया है। पिछड़े वर्ग के कोटे में से अल्पसंख्यकों को दिए गए आरक्षण के विरोध को उमा भारती ने हवा देना भी शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश में उमा भाजपा की चुनावी रणनीति का प्रमुख चेहरा हैं। उमा खुद पिछड़ी जाति से हैं। भारती लोध जाति से हैं। भाजपा रणनीतिकार मान रहे हैं कि उमा के सक्रिय होने से न केवल लोध वापस भाजपा की तरफ लौटेंगे, बल्कि पिछड़े वर्ग की अन्य जातियां भी भाजपा के पक्ष में लामबंद हो सकती हैं।

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