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Written By Naidunia
Last Modified: मंदसौर , शनिवार, 7 अप्रैल 2012 (00:38 IST)

सेहत से मिल रहा 'संबल'

सेहत से मिल रहा ''संबल'' -
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भले ही इस विश्व स्वास्थ्य दिवस को बुजुर्गों को समर्पित कर 'बढ़ती उम्र और स्वास्थ्य' का नारा दिया है। जिलेभर में पेंशनरों को छोड़ दिया जाए तो अन्य बुजुर्गों के लिए अलग से स्वास्थ्य सुविधाएँ नहीं हैं। न अलग से कतार है और न ही दवा काउंटर है। ऐसे में वृद्घों के साथ कोई नहीं हो तो उन्हें खासी परेशानी हो जाती है।


जिला अस्पताल में वृद्घों को इस बात का आराम है कि उन्हें ओपीडी के लिए सीढ़ियाँ नहीं चढ़ना पड़ती है। पर इसके बाद यहाँ व्हील चेयर की भी व्यवस्था नहीं है। सभी को सामान्य मरीजों के साथ कतार में बैठकर ही अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है। दवा का पृथक काउंटर केवल पेंशनरों के लिए है, शेष वृद्घों को सभी मरीजों के साथ ही दवा लेनी पड़ती है। वहाँ कभी-कभार होने वाली धक्का मुक्की भी वृद्घों को खासा परेशान करती है।


सिविल सर्जन डॉ. एसएस वर्मा का दावा है कि जिला अस्पताल में पेंशनरों के लिए सारी सुविधाएंॅ हैं। निःशुल्क उपचार, दवाइयांॅ और अलग से काउंटर भी है। अन्य बुजुर्गों को भी आवश्यकतानुसार सारी सुविधाएंॅ मुहैया कराई जाती हैं। किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है।


इन्होंने दी उम्र को मात

बढ़ती उम्र के साथ ही कई शारीरिक परेशानियाँ भी शुरू हो जाती हैं। शहर में अनेक बुजुर्ग ऐसे भी हैं जो 70 वर्ष की उम्र के बावजूद योग व व्यायाम से स्वयं को चुस्त दुरुस्त रखे हुए हैं। ये प्रतिदिन युवाओं की तरह कार्य करते हैं और कई किमी तक पैदल भी चल लेते हैं। इसी सेहत से उन्हें सफल जीवन जीने का संबल मिल रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी यह नारा दिया है- 'अच्छा स्वास्थ्य उम्र बढ़ाता है'।


पौष्टिक आहार और

सेवानिवृत्त शिक्षक एवं साहित्यकार शिवकुमार मिश्र रज्जन को देखकर कोई नहीं कह सकता है कि उनकी उम्र 79 साल हो चुकी है। बढ़ती उम्र के साथ स्वयं को फिट रखने के लिए वे पौष्टिक आहार के साथ ही सुबह की सैर को जरूरी मानते हैं। अभी भी वह अपना सारा कार्य खुद ही करते हैं।


व्यायाम भी दिचर्या में शामिल

किराना व्यवसायी पीआर ज्ञानी भी प्रतिदिन सुबह पांॅच बजे उठ जाते हैं पक्षियों को दाने डालने के साथ इनकी दिनचर्या की शुरुआत होती है। 40 मिनट योग के बाद आधे घंटे तक पैदल-पैदल सुबह की सैर करते हैं। दशपुर कुंज उद्यान में लॉफिंग क्लब के सदस्यों के साथ मिलकर व्यायाम करते हैं। उनका कहना है कि बढ़ती उम्र के साथ सेहत बेहतर होगी तो काम में भी मन लगा रहता है और दिनभर तरोताजा बने रहते हैं।


योग से रहते हैं निरोग

इलेक्ट्रॉनिक व्यवसायी मदनलाल हासानी भी पिछले पांॅच सालों से योग कर स्वयं को जवान बनाए हुए हैं। दो सालों से प्रतिदिन सुबह-शाम जलनेति क्रिया भी कर रहे हैं। उनका मानना है कि उम्र के साथ बीमारियाँ बढ़ने लगती हैं। जिंदादिली से जीना है तो स्वास्थ्य का ख्याल रखना जरूरी है।