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Written By Naidunia
Last Modified: खरगोन , बुधवार, 8 फ़रवरी 2012 (15:23 IST)

अंधगति ने छीन ली जिंदगी

अंधगति ने छीन ली जिंदगी -
जिले के भीकनगाँव से करीब 23 किमी दूर ग्राम भातलपुरा में खंडवा-बड़ौदा राजमार्ग पर अंधगति से आ रहे एक ट्रक ने मासूम की जिंदगी छीनकर माँ की कोख उजाड़ दी। अपने कलेजे के टुकड़े का शव देखते ही माँ और परिजन राजमार्ग पर ही बिलख पड़े। वहीं इस हादसे को देखकर ग्रामीण आवेश में आ गए और खंडवा-बड़ौदा राजमार्ग पर पत्थर बिछाकर जाम लगा दिया। पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुँचे और ग्रामीणों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया।


बालक युवराज पिता तुलसीराम भील की मौत के बाद चालक ट्रक छोड़कर फरार हो गया। घटना से ग्रामीणों में जबर्दस्त आक्रोश था। उन्होंने ट्रक पर पत्थरों से वार किए तथा गाँव से राजमार्ग के दोनों ओर 1 किमी परिधि में किसी भी गैर शासकीय वाहन को नहीं आने दिया। उनकी माँग थी कि जब तक मार्ग पर गतिअवरोधक नहीं बनते तब तक वे सड़क से नहीं हटेंगे। सरपंच पति शेरसिंह तँवर, उपसरपंच रणजीतसिंह तोमर, राकेश लाड़, लक्ष्मणसिंह तँवर ने बताया कि जहाँ दुर्घटना हुई है, वहाँ से बंझर पहुँच मार्ग एवं शासकीय स्कूल है। इससे अक्सर छोटे-बड़े हादसे होते रहते हैं। ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की माँग भी अधिकारियों से की।


ग्रामीणों की माँग पर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) पीएस सोलंकी, अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) रचना भदौरिया तथा तहसीलदार लालशाह जगेत ने जाम में फँसे सड़क निर्माण कंपनी के एक डंपर (जिसमें डामर-गिट्टी मिश्रण भरा था) को बुलवाकर दो गति अवरोधक बनवाए। इसके बाद दोपहर करीब 11.30 बजे ग्रामीण मौके से हटे। सहायक उपनिरिक्षक मिथिलेश मिश्रा बालक के शव को परीक्षण के लिए भीकनगाँव चिकित्सालय लेकर आए। थाना प्रभारी आरआर अवास्या ने बताया कि अज्ञात चालक के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर तलाश जारी कर दी है।


एसडीएम श्री सोलंकी ने बताया कि हम परिजनों से पूर्ण सहानुभूति रखते हैं तथा शासन की ओर से यथासंभव सहयोग भी देंगे। शासन में ट्रक दुर्घटना में मृत्यु होने पर आर्थिक सहायता का प्रावधान नहीं है। ऐसे मामलों में निजी कंपनियों द्वारा क्लेम के माध्यम से आर्थिक सहायता दी जाती है। -निप्र