शुक्रवार, 29 मार्च 2024
  • Webdunia Deals
  1. वेबदुनिया सिटी
  2. »
  3. मध्यप्रदेश
  4. »
  5. इंदौर
Written By Naidunia
Last Modified: इंदौर , शनिवार, 4 फ़रवरी 2012 (12:46 IST)

कौन पी रहा लाखों लीटर पानी?

कौन पी रहा लाखों लीटर पानी? -
पहले व दूसरे चरण से शहर में कितना पानी आता है। इसकी मात्रा अब मीटरों के माध्यम से पता चल जाती है। आश्चर्य की बात यह है कि 180 एमएलडी क्षमता के दोनों चरणों से शहर तक 120 एमएलडी पानी ही पहुँच पाता है। महू और रास्ते में आने वाली ग्राम पंचायतों को भी पानी बाँटा जाता है, लेकिन उसकी मात्रा 60 एमएलडी से कम है। ऐसे में बीच रास्ते में लाइन से पानी चुराने या बल्क कनेक्शनों से पानी चोरी होने की आशंका बलवती हो जाती है। नर्मदा तृतीय चरण के दौरान पुराने पंपों पर भी मीटर लगाए गए हैं। पुराने चरणों से इंटेकवेल तक फिलहाल 177 एमएलडी पानी आता है। यहाँ नर्मदा प्रोजेक्ट की तरफ से मीटर लगाए गए हैं। मंडलेश्वर के आसपास की पंचायत व पीएचई कॉलोनी में पुराने चरणों से सप्लाई होती है। इसके अलावा कुछ लॉस भी होता है। कई गाँवों व पंचायतों को लाइन से पानी सप्लाई किया जाता है। बेक प्रेशर टैंक पर लगे मीटर में सप्लाई के बाद पानी की मात्रा 168 से 172 एमएलडी तक रहती है। पीएचई कॉलोनी में रहने वाले कर्मचारियों को 24 घंटे पानी की सुविधा है। इसके बाद पानी ग्रेविटी मेन लाइन से महू की तरफ जाता है। बीच में कई गाँवों को पानी दिया जाता है। महू में यादव मोहल्ले के समीप मीटर लगाए गए हैं। यहाँ पानी की मात्रा 135 से 138 एमएलडी तक रह जाती है। महू और अन्य इलाकों में पानी देने के बाद इंदौर तक आता है।


बिजलपुर तक सिर्फ 120 एमएलडी

बिजलपुर स्थित नर्मदा कंट्रोल रूम पर लगे मीटर में पानी की मात्रा लगभग 120 एमएलडी रहती है। महू से नर्मदा कंट्रोल रूम तक कुछ संस्थानों को बल्क कनेक्शन दिए गए हैं, लेकिन 20 एमएलडी पानी की खपत यहाँ होना ताज्जुब की बात है। हो सकता है कि सीधे मेन ट्रंक लाइन से कनेक्शन देने के कारण ज्यादा पानी उन संस्थानों तक पहुँचता हो। इसके अलावा लाइन से पानी चुराने की घटना भी हो रही है। इसका खामियाजा शहरवासी भुगतते रहते हैं।