शुक्रवार, 19 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. वेबदुनिया सिटी
  2. »
  3. मध्यप्रदेश
  4. »
  5. धार
Written By Naidunia
Last Modified: धार , मंगलवार, 6 दिसंबर 2011 (02:17 IST)

थोड़ी ही सही, पर राहत मिली

थोड़ी ही सही, पर राहत मिली -
घाटाबिल्लौद में अब यातायात का दबाव मामूली रूप से कम हुआ है। इसकी वजह यह है कि लेबड़ से वाहन सीधे मानपुर की ओर जाने लगे हैं। इससे घाटाबिल्लौद में लोगों को राहत मिली है। हालाँकि अभी भी कई वाहन चालक जानकारी के अभाव में पीथमपुर होते हुए ही मानपुर जा रहे हैं। यदि नए मार्ग की जानकारी सभी को हो जाती है तो निश्चित ही जाम से राहत मिलेगी।


गौरतलब है कि घाटाबिल्लौद एक ऐसा स्थान है, जहाँ पर यातायात का दबाव अधिक रहता है। इसका कारण यह है कि महू-नीमच तथा इंदौर-अहमदाबाद दोनों ही राजमार्गों के वाहनों की आवाजाही का यह प्रमुख केंद्र रहता है। इसी माह लेबड़-मानपुर मार्ग पर आवागमन शुरू हो चुका है। ऐसे में लोगों को जानकारी नहीं है कि वे नए मार्ग से जाते हैं तो उन्हें आसानी होगी। फिलहाल घाटाबिल्लौद क्षेत्र से यातायात का दबाव करीब 10 से 20 प्रतिशत कम हुआ है।


कम लोगों को है जानकारी

मुख्य रूप से एक समस्या यह आ रही है कि कई वाहन चालकों को अभी लेबड़-मानपुर फोरलेन के बारे में जानकारी नहीं है। ऐसा माना जा रहा है कि धीरे-धीरे जानकारी होती जाएगी और घाटाबिल्लौद से गुजरने वाले वाहनों की संख्या कम होती जाएगी।


बचत का चक्कर

कतिपय वाहन चालक पुरानी व्यवस्था से इसलिए भी गुजर रहे हैं, क्योंकि उन्हें टोल टैक्स देना होगा। इससे बचने के लिए चालक घाटाबिल्लौद व पीथमपुर होते हुए मानपुर जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि मानपुर पहुँचने के लिए लेबड़-मानपुर में टोल टैक्स और धामनोद क्षेत्र में पहुँचकर पुनः टैक्स देना पड़ रहा है। दोहरे टैक्स से बचने के लिए कतिपय वाहन चालक पीथमपुर होते ही जा रहे हैं। हालाँकि इसमें समय और ईंधन दोनों का जाया होता है।


धूल से कब मिलेगी मुक्ति

घाटाबिल्लौद क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या खराब सड़क है। सुधार कार्य होने से हल्की-सी राहत मिली है। यदि सड़क पूरी तरह सुधर जाती है और घाटाबिल्लौद से यातायात का दबाव कम कर दिया जाता है तो निश्चित रूप से कई सारे लाभ होंगे। खासकर धूल की समस्या और वाहनों के प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी। फोरलेन के अधिकारी एसके सिंह ने बताया कि घाटाबिल्लौद में सड़क सुधारने का काम हुआ है। भविष्य में जरूरत पड़ने पर और भी मरम्मत की जा सकती है। बायपास बनने के बाद दिक्कत समाप्त हो जाएगी। कोशिश कर रहे हैं कि मानपुर के पहले बायपास रोड तैयार कर लिया जाए। चंबल नदी के पुल का कार्य भी जारी है। -निप्र