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Written By Naidunia
Last Modified: बड़वानी , शनिवार, 8 अक्टूबर 2011 (23:15 IST)

बैलगाड़ी की गति से रेंगते हैं वाहन

बैलगाड़ी की गति से रेंगते हैं वाहन -
अगस्त-सितंबर माह में भारी वर्षा ने पहले से ही बदहाल जिले की सड़कों को और जर्जर बना दिया है, जिन पर यात्री वाहन बैलगाड़ी की गति से रेंगते नजर आते हैं। बारिश का दौर बंद होने के बाद लोगों को उम्मीद है कि इनकी मरम्मत का कार्य शुरू होगा। लेकिन मुख्यमंत्री द्वारा वनवासी सम्मान यात्रा के दौरान खेतिया-सेंधवा मार्ग, बावनगजा-बोकराटा मार्ग के निर्माण की घोषणा पर सालभर बाद भी अमल नहीं होने से कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।


उल्लेखनीय है कि जिले में बड़वानी-पाटी-बोकराटा मार्ग, बड़वानी-भवती-बिजासन-मोरकट्टा मार्ग, बड़वानी-सिलावद-पलसूद मार्ग, बड़वानी-तलवाड़ा-ठीकरी मार्ग, बड़वानी से छोटी कसरावद बायपास, बड़वानी से बंधान मार्ग के अलावा राजपुर-निवाली-पलसूद मार्ग, खेतिया से निवाली, सेंधवा मार्ग की हालत बारिश के पहले से ही खराब है। फिर अगस्त-सितंबर माह में हुई लगातार बारिश ने इन सड़कों की हालत को और दयनीय बना दिया। ऐसे में आए दिन वाहनों में टूट-फूट और दुर्घटनाएँ होती हैं।


बसें चलना बंद

57 किमी लंबे सेंधवा-खेतिया अंतरप्रांतीय मार्ग की जर्जर अवस्था के कारण 25 से अधिक बसों ने इस पर आवागमन बंद कर दिया है। इससे आदिवासी क्षेत्र के विद्यार्थियों को नियमित अध्ययन हेतु आवाजाही करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ज्ञात हो कि इस मार्ग पर पिछले 18 माह में 60 दुर्घटनाएँ हो चुकी हैं, जिनमें 180 लोग घायल हुए एवं 14 लोगों की मौत हो गई।


इसी तरह बड़वानी-पाटी-बोकराटा मार्ग का पहाड़ी व घुमावदार रास्ता जर्जर हो चुका है। पुलियाएँ क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। यही हाल बड़वानी से भवती-मोकरट्टा मार्ग का भी है। सेंधवा-धवली तथा सेंधवा-चाचरिया मार्ग की स्थिति भी बहुत खराब है। बड़वानी से सिलावद मार्ग पर जूनाझिरा से भेरूघाट खत्म होने तक घुमावदार व पहाड़ी मार्ग बदहाल हो चुका है। कहीं-कहीं तो सड़क दिखाई ही नहीं देती। इससे दुर्घटनाएँ होने का अंदेशा बढ़ गया है। बड़वानी ठीकरी मार्ग पर दवाना के नए पुल से पेट्रोल पंप तक एक किमी का मार्ग भी सरकार द्वारा नहीं बनवाया जा सका, जबकि गत माह में करीब 4-5 दुर्घटनाएँ हो चुकी हैं।


8 वर्ष में डामर नहीं

इसी प्रकार जिले के पहाड़ी क्षेत्र बोकराटा से सावरियापानी मार्ग पर भी पिछले 7-8 वर्षों से डामरीकरण तक नहीं हुआ, जिससे मार्ग बदतर स्थिति में है। इसी तरह सजवानी से बिल्वा रोड की हालत भी दयनीय है और आसपास के ग्रामीणों को धूल के गुब्बार सहना पड़ते हैं।


मरम्मत कार्य शुरू

लोक निर्माण विभाग के एसडीओ विजय पँवार ने बताया कि जिले में जहाँ पर भी बारिश में सड़कों पर गड्ढे हो गए हैं, उनकी मरम्मत का कार्य शुरू हो गया है और अक्टूबर माह में पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि बारिश से भवती वाला मार्ग निर्माण का कार्य नवंबर में शुरू होगा।