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Written By Naidunia
Last Modified: बड़वानी , बुधवार, 7 मार्च 2012 (12:31 IST)

फर्जी हस्ताक्षर कर बैंक से 1.40 करोड़ निकाले

फर्जी हस्ताक्षर कर बैंक से 1.40 करोड़ निकाले -
जनपद पंचायत सेंधवा की 17 ग्राम पंचायतों के फर्जी खाते खोलकर 1.40 करोड़ रुपए बैंक से निकालने का मामला लोकायुक्त जाँच में उजागर हुआ है। बैंक में खाता खोलने के लिए सरपंच-सचिवों के फोटो भी लगाए गए हैं और फर्जी फर्म द्वारा फर्जी हस्ताक्षर कर तथा किसी के फर्जी हस्ताक्षर से फोटो को प्रमाणित भी किया गया।


जानकारी के अनुसार मंगलवार को लोकायुक्त इंदौर के निरीक्षक अनिलसिंह चौहान ने 17 ग्रामों के सरपंच व सचिवों को सेंधवा विश्रामगृह पर बुलाया। श्री चौहान ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शाखा मालवन में उक्त पंचायतों के खातों की जानकारी ली। 15 सरपंच-सचिवों ने बताया कि उनके द्वारा बैक में खाते खोले ही नहीं गए जबकि जनपद पंचायत के रिकॉर्ड के अनुसार इन पंचायतों के बैंकों में खाते खोले गए हैं। जनपद पंचायत से माह अक्टूबर-2011 में ग्राम पंचायत नांदिया से चेक क्रमांक 613307 व 619908, थिगली से चेक क्रमांक 352043, 352059, 352060, कालीकुंडी से चेक क्रमांक 352033, झापड़ी पाडला के चेक क्रमांक 410290, 410295, राजगढ़ के चेक कंमाक 352056, नकटी रानी चेक क्रमांक 410356, खोकरी से चेक क्रमांक 352031 से 5-5 लाख रुपए, धावड़ा(चा) के चेक क्रमांक 350570, 350605, 350565 से 5 लाख, 4 लाख व 1 लाख रुपए इनके फर्जी खातों में जमा किए गए। इसी प्रकार चाचरिया 5 लाख, मडगाँव 10 लाख, लवाणी 10 लाख व 5 लाख, रोजानीमाल 20 लाख, रामकोला 5 लाख, कलालदा 10 लाख, कोटकिराड़ी के फर्जी खातों में 15 लाख रुपए जमा किए गए।


अधिकारी ने ले लिए थे चेक

जनपद पंचायत के लेखापाल दिलीप चौहान ने लोकायुक्त टीम को बताया कि इन पंचायतों में राशि जमा कराने के चेक तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी लाखनसिंह राजपूत ने ले लिए थे, जबकि पंचायतों के खातों में पैसा जमा करने की जवाबदारी लेखापाल की होती है, परंतु उन्होंने यह बात वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं बताई।


एक वर्ष तक कार्रवाई नहीं

बैंक से किस फर्म द्वारा राशि निकाली गई। यह पता लगाया जा रहा है। ज्ञातव्य है कि सरपंच-सचिव के फर्जी हस्ताक्षर कर बैंक से राशि निकाले जाने की शिकायत निरंतर मुख्य कार्यपालनअधिकारी जिला पंचायत को की जाती रही, परंतु एक वर्ष तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।