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रायपुर में दिखे'लापतागंज'के निवासी

रायपुर| Naidunia| Last Modified शनिवार, 4 फ़रवरी 2012 (08:08 IST)
सब टीवी के शो 'लापतागंज'के सितारों ने शुक्रवार को राजधानी में शिरकत की। शो के 500 एपिसोड पूरे होने की खुशी बाँटने वे यहाँ पहुँचे। प्रेस कान्फ्रेंस में मुकुंदीलाल,उनकी पत्नी इंदुमती के साथ ही मामाजी पहुँचे। साथ ही चैनल के नेशनल बिजनेस हेड अनुज कपूर ने भी पत्रकारों से सीरियल व चैनल से जुड़े तमाम बातों की चर्चा इस मौके पर की।


चैनल के बिजनेस श्री कपूर ने बताया कि चैनल का उद्देश्य हल्की-फुल्की कॉमेडी के जरिए दर्शकों को हँसाने का है जहाँ नकारात्मकता की कोई जगह नहीं है। सब टीवी में प्रसारित होने वाले ज्यादातर शो ऐसे ही हैं सबने मिलकर अब तक 5500 एपिसोड पूरे कर लिए हैं। साहित्यिक कृतियों को लेकर चैनल ने 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा',चिड़ियाघर के साथ ही आरके लक्ष्‌मण की रंगीन दुनिया जैसे शो बनाए हैं। आगे भी हरिशंकर परसाई व मराठी व्यंग्यकार पीएल देशपांडे की कृतियों पर काम करने के बारे में चैनल सोच रहा है।


मुकुंदीलाल व सुगंधीलाल के किरदार में दिखाई दे रहे रोहिताश्व गौर ने बताया कि जब ये सीरियल शुरू हुआ तब सास-बहू के सीरियलों का वर्चस्व था। ऐसे में मैंने ये सीरियल साइन तो कर लिया लेकिन मन में कहीं ना कहीं डर था। लेकिन अब मुकुंदीलाल साढ़े तीन साल से दर्शकों का मनोरंजन कर रहा है। नेशनल स्कूल ड्रामा से ट्रेनिंग के बाद 'ए' ग्रेड के थियेटर आर्टिस्ट रोहिताश्व ने बताया कि 'लापतागंज' शरद जोशी की कहानियों पर आधारित है। एक समय था जब मुझे शरद जोशी के व्यंग्य रचनाएँ कंठस्थ थे,ऐसे में उनसे इस तरह का जुड़ाव होगा ये कभी नहीं सोचा नहीं था। डेली सोप में डबल रोल अदा कर रही रोहिताश्व ने बताया कि मुकुंदीलाल आम आदमी का किरदार है उसके लिए मुझे खास तैयारी नहीं करना पड़ी। लेकिन मुकुंदी के पिता सुगंधी के पिता के लिए मुझे अपने स्पीच व खुद पर फिजिकल वर्क करना पड़ा। साहित्य पर सीरियल बनाने की इस परंपरा से बॉलीवुड अब तक दूर क्यों है के सवाल पर रोहिताश्व ने कहा कि वे रिस्क लेने से डरते हैं। इससे पहले रोहिताश्व जब क्लास इलेवेंथ में थे तब अपने पिताजी सुर्दशन गौर के साथ रायपुर आ चुके हैं।


मैं सीरियल में कॉमेडी करके खुश हूँ: सुचेता खन्ना

मुकुंदीलाल की पत्नी इंदुमती के किरदार में नजर आने वाली सुचेता खन्ना को इस शो के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी खासतौर पर अपने लैंग्वेज पर। कान्वेंट एडुकेटेड सुचेता इससे पहले 'हरी मिर्च,लाल मिर्च' जैसे शो के साथ ही स्टैंडअप कॉमेडी करती देखी जा चुकी हैं। दो अलग-अलग क्षेत्रों में कॉमेडी करने के एक्सपीरियंस के बारे में सुचेता ने कहा कि बेशक आज स्टैंडअप कॉमेडी में वल्गेरिटी हावी हो गई है लेकिन मैंने अब तक ऐसे किसी स्क्रिप्ट पर काम नहीं किया है। डेली सोप में कॉमेडी करते हुए एक फ्लो मिल जाता है जो कि किरदार को अलग पहचान दिलाता है।जहाँ तक बात दूसरे डेली सोप के हीरोइनों से तुलना की है तो मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं साधारण तौर पर कॉमेडी करके बेहद खुश हूँ।

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