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Written By भाषा

भारत को हराकर चीन ने एशिया कप जीता

भारत को हराकर चीन ने एशिया कप जीता -
भारतीय महिला हॉकी टीम को सातवें एशिया कप के रोमांचक फाइनल में रविवार को यहाँ मजबूत चीन के हाथों 3-5 से शिकस्त झेलनी पड़ी।

कप्तान सुरिंदर कौर और उनकी साथी खिलाड़ियों ने जीत के लिए हर संभव कोशिश की लेकिन वह चीनी खिलाड़ियों से पार नहीं पा सकी। भारत ने हालाँकि फाइनल में पहुँचकर अगल साल अर्जेंटीना में होने वाले विश्व कप के लिए पहले ही क्वालीफाई कर लिया था।

सुरिदंर ने आठवें मिनट में भारत को बढ़त दिलाई, जबकि ममता खरब (47वें) और दीपिका ठाकुर (54वें मिनट) ने दूसरे हॉफ में गोल किए। दूसरी तरफ से चीन ने पहले हाफ में तीन गोल (13वें, 18वें और 27वें मिनट) तथा दूसरे हाफ में दो गोल (47वें और 51वें मिनट) में गोल दागे।

चीन ने 20 साल बाद एशिया कप में जीता। इससे पहले उसने 1989 में हांगकांग में खिताबी जीत दर्ज की थी।

भारत ने सुरिंदर कौर के आठवें मिनट के गोल से मैच के शुरू में बढ़त हासिल कर ली लेकिन भारतीयों की खुशी केवल पाँच मिनट तक रही और चीनी टीम जल्द ही हावी हो गई। उसकी तरफ से अनुभवी फु बाओ रैंग ने 13वें मिनट में बराबरी का गोल दागा, जबकि जल्द ही मा यी बो ने टीम को मिले पहले पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलकर चीन को 2-1 से बढ़त दिला दी।

राइट विंगर झाओ यू दिया ने इसके बाद 27वें मिनट में स्कोर 3-1 कर दिया। मा यी बो ने एक अन्य पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला जबकि डि जियाओ जियाओ ने एक और जवाबी हमले में गोल करके चीन की जीत सुनिश्चित की।

इससे पहले भारी बारिश के कारण बिजली गुल होने से मैच आधे घंटे देरी से शुरू हुआ। हाफ टाइम का ब्रेक भी दस मिनट के बजाय लगभग 40 मिनट तक करना पड़ा।

चीनी टीम ने विश्व नंबर तीन के अपने दर्जे के अनुसार खेल दिखाया। फारवर्ड लाइन में झाओ यू दिया, फु बाओ रोंग और ली होंग जिया का कोई जवाब नहीं था। इन तीनों के सामने भारतीय गोलकीपर दीपिका मूर्ति और डिफेंडर्स सुभद्रा प्रधान और बिनीता टोप्पो को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा।

भारत को बीच में 40वें मिनट में तब झटका लगा, जबकि असुंता लाकड़ा को पीला कार्ड मिला ओर टीम को दस खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा। इस दौरान चीन ने दो गोल किए।

भारत को अंतिम पांच मिनट में दो पेनल्टी कार्नर मिले लेकिन जसजीत और सबा दोनों में से कोई भी इसका फायदा नहीं उठा पाई। रजत पदक जीतने से भारत को 700 अंक मिले, जिससे उसकी विश्व रैंकिंग में सुधार होगा। (भाषा)