शुक्रवार, 29 मार्च 2024
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Written By वार्ता

नडाल की बादशाहत बरकरार

फ्रेंच ओपन में फेडरर को चटाई धूल

नडाल की बादशाहत बरकरार -
क्ले कोर्ट के बेताज बादशाह स्पेन के राफेल नडाल ने रोलाँ गैरो की लाल बजरी पर रविवार को अपने प्रबल प्रतिद्वंद्वी रोजर फेडरर को एक बार फिर धूल चटा दी और लगातार चौथा फ्रेंच ओपन खिताब जीतते हुए महान ब्योर्न बोर्ग की बराबरी कर ली।

नडाल ने विश्व के नंबर एक खिलाड़ी स्विट्‍जरलैंड के फेडरर को लगातार सेटों में 6-1, 6-3 और 6-0 से हराकर उनका फ्रेंच ओपन जीतने का सपना फिर तोड़ दिया।

मुकाबला इस कदर एकतरफा रहा कि देखने वाले भी फेडरर की लाल बजरी पर इस शर्मनाक पराजय पर यकीन नहीं कर पाए। फेडरर पूरे मैच में मात्र चार गेम ही जीत पाए और तीसरे सेट में नडाल ने उन्हें एक भी गेम जीतने का मौका नहीं दिया।

विश्व के नंबर दो खिलाड़ी नडाल ने अपनी इस जीत से साबित कर दिया कि क्ले कोर्ट में उन्हें चुनौती देने वाला खिलाड़ी दुनियाभर में कोई नहीं है। उन्होंने लगातार चौथी बार फ्रेंच ओपन जीतकर स्वीडन के बोर्ग के 1978 से 1981 तक लगातार चार फ्रेंच ओपन खिताब जीतने के रिकॉर्ड की बराबरी भी कर ली।

नडाल ने फ्रेंच ओपन का लगातार चार बार खिताब जीतने वाले दूसरे खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल कर लिया है। उन्होंने 2005, 2006, 2007 और 2008 में लगातार चार फ्रेंच ओपन का खिताब जीता है। वे 2005 में अपने पहले ही फ्रेंच ओपन में यह खिताब जीतने वाले दुनिया के दूसरे खिलाड़ी बने थे। इससे पहले स्वीडन के मैट्स विलेंडर ने 1982 में यह कारनामा कर दिखाया था।

नडाल ने रविवार के फाइनल मुकाबले में टेनिस के शहंशाह फेडरर की एक न चलने दी। हालाँकि फेडरर ने शनिवार को नडाल के खिलाफ तेज तर्रार टेनिस खेलने और अपना पहला फ्रेंच ओपन जीतने की बात कही थी, लेकिन जब वे लाल बजरी के बादशाह के सामने खेलने उतरे तो उनका सारा दावा धरा का धरा ही रह गया और वे पूरे मुकाबले के दौरान केवल चार गेम ही जीत सके।

नडाल ने बोर्ग द्वारा जीत की ट्रॉफी हाथ में लेने के बाद कहा मैंने एक सही मुकाबला खेला। हालाँकि उन्होंने फेडरर को ढाँढस बँधाते हुए कहा कि मैं भले ही मुकाबला जीत गया हूँ, लेकिन आप भी अच्छा खेले।

फेडरर ने कहा मैंने इस मुकाबले में पूरी ताकत लगाने के बारे में सोचा था, लेकिन नडाल बहुत मजबूत निकले। उन्होंने इस पूरे टूर्नामेंट के दौरान खुद को सबसे ऊपर रखा, जैसा बोर्ग ने बरसों पहले किया था। मैं नडाल को उनकी इस जीत के लिए बधाई देता हूँ।

उन्होंने कहा मेरे लिए यह सप्ताह अच्छा ही रहा, लेकिन फाइनल हारना जरा आपको कचोटता है और वह भी लगातार तीसरी बार। मैं अगले वर्ष फिर कोशिश करूँगा।

नडाल ने लगातार तीसरी बार फ्रेंच ओपन के फाइनल में फेडरर को मात दी है। फेडरर ने पहले सेट के दौरान कई बेजा भूलें की और नडाल ने इसका फायदा उठाते हुए यह सेट महज 32 मिनट में 6-1 से जीत लिया।

फेडरर के हाव-भाव भी आज बिलकुल पिटे लग रहे थे और शायद वे मान बैठे थे कि वे लाल बजरी पर नडाल को मात नहीं दे सकते हैं। हालाँकि दूसरे सेट में वे सबसे ज्यादा गेम जीतने में सफल रहे।

उन्होंने पुरजोर कोशिश की कि इस सेट में वे नडाल को कम से कम कड़ी टक्कर तो दें, लेकिन नडाल के ताकतवर रिटर्न और शॉटों के सामने वे दूसरे सेट में भी समर्पण कर बैठे तथा यह सेट 6-3 से गँवा दिया।

तीसरे सेट में मानो फेडरर के पैर कोर्ट पर चल ही नहीं रहे थे और नडाल ने जैसे चाहा वैसे शॉट खेलकर फेडरर को कोर्ट में दौड़ाते रहे। आखिरकर फेडरर इस सेट में बिना कोई गेम जीते 6-0 से समर्पण कर बैठे।

फेडरर 1999 में क्वींस क्लब टूर्नामेंट में जिम्बाब्वे के बोयर्न ब्लेक से 6-0 से सेट हारने के बाद नौ वर्षों में पहली बार 6-0 से सेट हारे हैं। गेम के मामले में यह फ्रेंच ओपन का सबसे छोटा फाइनल मुकाबला था।

उधर, तीसरा सेट जीतते ही नडाल ने इतिहास बना लिया और हवा में हाथ लहरा दिए। इस तरह फेडरर का एक अदद फ्रेंच ओपन जीतने का सपना इस वर्ष भी पूरा नहीं हो सका और एक बार फिर वे नडाल के समाने फेल हो गए।