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Written By वार्ता

काश! मैं इंदिरा गांधी का इंटरव्यू ले पाता : अमृतराज

काश! मैं इंदिरा गांधी का इंटरव्यू ले पाता : अमृतराज -
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काश! मैं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का इंटरव्यू कर पाता...यह शब्द भारत के महान टेनिस खिलाड़ियों में शुमार विजय अमृतराज के हैं। अमृतराज ने सीएनएन-आईबीएन के शो 'डाइमेंशंस' की लांचिंग के अवसर पर गुरुवार को यह बात कही। अमृतराज इस शो के प्रस्तोता हैं, जिसमें वह दुनिया की महान हस्तियों से रूबरू होंगे। दस कड़ियों के इस शो को पूरी तरह विदेशों में फिल्माया गया है।

अमृतराज से जब पूछा गया कि वह किन हस्तियों को अपने शो में बुलाना चाहेंगे? उन्होंने कहा काश मैं इंदिरा गांधी को इस शो में बुला पाता...मैं उनके व्यक्तित्व से बहुत प्रभावित था। उनके अलावा मदर टेरेसा, मोहम्मद अली, नेल्सन मंडेला और पोप जॉन पाल को भी मैं अपने शो में बुलाना चाहता।

दस कड़ियों के इस कार्यक्रम में अमृतराज डोनाल्ड ट्रम्प, मिशेल डगलस, स्टेफी ग्राफ, आंद्रे अगासी, ह्यूफ डफनर, पियर्स ब्रास्नैन और सिंडी क्राफोर्ड जैसी हस्तियों से रूबरू होंगे। पद्मश्री से सम्मानित अमृतराज संयुक्त राष्ट्र के मैसेंजर आफ पीस भी हैं। साथ ही उन्होंने कई हॉलीवुड फिल्मों में भी काम किया है।

शो के बारे में अमृतराज ने कहा मैं इसे लेकर काफी उत्साहित था क्योंकि यह अलग तरह का शो है। मेरा कार्यक्रम अतिव्यस्त रहता है लेकिन इसके बावजूद मैंने इस शो के लिए समय निकाला। जो हस्तियां इस शो में आई हैं उनमें से ज्यादातर को मैं जानता हूं और इसका मुझे फायदा भी मिला।

पसंदीदा टेनिस खिलाड़ी के बारे में उन्होंने कहा रोजर फेडरर ने पांच-छह वर्षों तक अपना दबदबा कायम किया था। वह पुरानी शैली के साथ आधुनिक अंदाज में खेलते हैं। राफेल नडाल जबर्दस्त एथलीट हैं लेकिन मुझे लगता है कि नोवाक जोकोविच उनसे आगे निकल गए हैं।

उन्होंने कहा टेनिस में अब प्रतिस्पर्द्धा बहुत कड़ी हो गई है। कोई खिलाड़ी जितने ऊंचे मानक तय करता है, दूसरे खिलाड़ी भी उस तक पहुंचने की कोशिश करते हैं। एंडी मरे को ही देखिए। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने जोकोविच को कडी टक्कर दी।

ऑस्ट्रेलियन ओपन का फाइनल तो ऐतिहासिक था। महिला टेनिस के बारे में अमृतराज ने कहा विलियम्स बहनों के दबदबे के दौरान मुकाबला नीरस हो चला था लेकिन अब स्थिति बदल गई हैं और किसी एक खिलाड़ी का दबदबा नहीं रह गया है। हर ग्रैंड स्लैम की अलग विजेता है जो अच्छी बात है।

ओलिम्पिक के लिए भारत की सर्वश्रेष्ठ जोड़ी के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा दो स्थानों के लिए हमारे पास तीन खिलाड़ी हैं और इसका फैसला उन्हीं पर छोड़ दीजिए। खिलाड़ियों के बीच तालमेल होना जरूरी है। (वार्ता)