गुरुवार, 25 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. »
  3. शेयर बाजार
  4. »
  5. समाचार
Written By भाषा
Last Modified: नई दिल्ली (भाषा) , रविवार, 5 जुलाई 2009 (11:48 IST)

उम्मीदों के बीच शेयर बाजारों में रौनक

उम्मीदों के बीच शेयर बाजारों में रौनक -
आगामी आम बजट में उद्योगों के लिए रियायतों की घोषणा और आर्थिक सुधारों को नई गति मिलने की उम्मीदों के बीच देश भर के प्रमुख शेयर बाजारों में तेजी का रूख रहा और सेंसेक्स लाभ दर्शाते बंद हुए।

बंबई शेयर बाजार में समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान बजट में अनुकूल प्रावधान किए जाने की उम्मीदों के कारण सेंसेक्स और निफ्टी में लगभग एक-एक प्रतिशत की तेजी आई।

सप्ताह के दौरान आर्थिक समीक्षा में कर सुधारों की सिफारिश और विनिवेश कार्यक्रम को पुनर्जीवित करते हुए इसके जरिये प्रतिवर्ष कम से कम 25,000 करोड़ रुपए आय सृजित करने की बात कही गई है।

दूसरी ओर रेल बजट में रेल आधारभूत ढाँचे को उन्नत बनाने पर ध्यान केन्द्रित करते हुए मालभाड़ा और यात्री किराये को अपरिवर्तित रखा गया है।

बाजार विश्लेषकों को उम्मीद है अगर सरकार उद्योग अनुकूल बजट के साथ आधारभूत ढाँचा क्षेत्र और आर्थिक सुधारों पर जोर देने की घोषणा करती है तो कारोबारियों के पास सौदों की भरमार हो जाएगी, जबकि अमेरिकी रोजगार के निराशाजनक आँकड़े किसी आर्थिक पुनरोद्धार में अवरोध आने का संकेत देते हैं।

तीन जुलाई को समाप्त सप्ताह में सेंसेक्स 14,955.55 अंक से 14,355.52 अंक के दायरे में घूमने के बाद पिछले सप्ताहांत के बंद भाव के मुकाबले 148.41 अंक अथवा 1.01 प्रतिशत की तेजी के साथ 14,913.05 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार निफ्टी पिछले सप्ताहांत के बंद भाव के मुकाबले 48.75 अंक अथवा 1.11 प्रतिशत की तेजी के साथ 4,424.25 अंक पर बंद हुआ।

पेट्रोल और डीजल कीमतों में वृद्धि तथा वैश्विक कच्चे तेल मूल्य की कम कीमत ने सार्वजनिक तेल कंपनियों में सुधार लाने में मदद की।

क्वालीफाईड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के माध्यम से विभिन्न कंपनियों द्वारा फंड संग्रह ने निवेशकों में चिंता पैदा कर दी क्योंकि इससे चालू कैलेंडर वर्ष में पर्याप्त मात्रा में तरलता को सोख जा सकता है।

इस बीच, विदेशी संस्थागत निवेशक पूरे सप्ताह शुद्ध लिवाल बने रहे और उन्होंने पाँच सत्रों में करीब 1,900 करोड़ रूपये का निवेश किया।

धातु खंड और पीएसयू खंड के शेयरों में लिवाल काफी सक्रिय रहे। टाटा स्टील और ओएनजीसी के शेयरों में सप्ताह के दौरान 12.99 प्रतिशत और 9.01 प्रतिशत का आकषर्क लाभ दर्ज हुआ, जबकि एचपीसीएल और बीपीसीएल के शेयरों में भी क्रमश: 9.40 प्रतिशत और 9.22 प्रतिशत की तेजी आई।

बीएसई मेटल पीएसयू इंडेक्स सप्ताह में सर्वाधिक लाभ में रहे, जिसमें 3.84 प्रतिशत की तेजी आई जबकि बीएसई मेटल इंडेक्स में 3.40 प्रतिशत की तेजी आई। सप्ताह के दौरान कारोबार का आकार बीएसई में अपेक्षाकृत अधिक यानी 30,188 करोड़ रुपए का रहा, जो पिछले सप्ताह 27,751 करोड़ रुपए का था। एनएसई में कारोबार का आकार घटकर 88,079 करोड़ रुपए का रह गया, जो पहले 94,441 करोड़ रूपये का था।

सप्ताह के दौरान आईटी और ऑटो खंड के शेयर दबाव में रहे और उनके संबंधित इंडेक्स में पिछले सप्ताहांत के मुकाबले क्रमश: 1.42 प्रतिशत और 1.28 प्रतिशत की गिरावट आई।

कलकत्ता शेयर बाजार में समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान भारी कारोबारी गतिविधियों के कारण 40 शेयरों पर आधारित सूचकांक में 271.45 अंकों की तेजी आई। पिछले सप्ताह यहाँ 9.48 अंकों की गिरावट आई थी।

सूचकांक लाभ और हानि के झटकों के बीच 6,392.66 अंक पर कमजोर खुला और सप्ताहांत में 6,664.11 अंक पर बंद हुआ।