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Written By ND

सकारात्मक समाचारों से माहौल बदला

सकारात्मक समाचारों से माहौल बदला -
-शैलेंद्र कोठारी

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान सकारात्मक समाचारों का प्रवाह बनने से निफ्टी सोमवार से शुक्रवार तक लगातार बढ़त लेते हुए कुल 274 प्वाइंट्स उछलकर 4464 पर बंद हुआ। मैटल, बैंकिंग, ऑइल एंड गैस सेक्टर के प्रमुख शेयरों के साथ ही मिड-केप एवं स्मॉल केप क्षेत्र के बहुसंख्य शेयर्स आकर्षण के केंद्र में रहे।

व्यवसायियों का कहना है कि कम समय में तीव्र गिरावट के कारण बाजार में तकनीकी सुधार अपेक्षित था, किंतु इस सुधार प्रक्रिया के दौरान ही राजनीतिक अस्थिरता का माहौल ठंडा पड़ने, प्रथम तिमाही में जीडीपी के उत्साहवर्धक आँकड़े एवं मुद्रास्फीति दर पिछले 16 महीने के निम्न स्तर तक पहुँचने के समाचारों ने चौतरफा खरीदी का माहौल बना दिया। तकनीकी विश्लेषकों का कहना है कि 4535 के ऊपर निर्णायक रूप से बंद होने के बाद निफ्टी नई ऊँचाइयों पर पहुँच सकता है।

व्यवसायियों का कहना है कि एक महीने तक चले अनिश्चित उतार-चढ़ाव के दौर में अधिकांश फ्यूचर ट्रेडर्स को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। जुलाई के आखिरी सप्ताह में जब निफ्टी नित नई ऊँचाइयों पर पहुँच रहा था तब तेजी करने वाले ट्रेडर्स ने अगस्त के तीसरे हफ्ते में भारी नुकसान में सौदे काटे तथा जब कुछ दिनों पहले निफ्टी अंतरदिवसीय कामकाज के दौरान 200 दिवसीय एवरेज के नीचे ट्रेड होने लगा था तब मंदी करने वाले फ्यूचर ट्रेडर्स अब घाटा उठाकर सौदे काट रहे हैं। पिछले सप्ताह फ्यूचर के 123 शेयरों में 5 से 25 प्रतिशत तक की बढ़त दर्ज हुई है, जबकि इनमें ओपन इंटरेस्ट की मात्रा घटी है। स्पष्ट रूप से तेजी-मंदी के इस खेल में फ्यूचर ट्रेडर्स उलझ रहे हैं एवं साथ में आम निवेशकों का सेंटीमेंट भी प्रभावित कर रहे हैं।

इस वर्ष में दूसरी बार यह खेल हुआ है। फरवरी-मार्च 2007 में भी निफ्टी एवं सेंसेक्स 15-17 प्रतिशत नीचे आए थे और यही स्थिति कुछ दिनों पहले भी बनी है, लेकिन इतने उग्र उतार-चढ़ाव के बावजूद दीर्घावधि निवेशक फायदे में ही रहे हैं, क्योंकि बाजार प्रत्येक स्तर से लगातार बढ़ता चला जा रहा है। संकेत साफ हैं कि यह निवेशात्मक खरीदी का बाजार है, जबकि फ्यूचर ट्रेडर्स के लिए यह सिर्फ साँप-सीढ़ी का खेल है।

बहरहाल अभी मिड एवं स्माल केप शेयरों में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ती जा रही है। फर्टिलाइजर्स शेयरों में नागार्जुन एवं चंबल फर्टिलाइजर्स भारी व्यवसाय मात्रा के बीच नित नई ऊँचाइयों पर पहुँच रहे हैं। इनमें किसी भी करेक्शन का इस्तेमाल नई खरीदी के लिए हो रहा है। यही स्थिति यूको बैंक, जेपी हाइड्रो, आईएफसीआई, टाटा टेली एवं आईडीबीआई में भी बन रही है।

लैंको इंफ्रा, नागार्जुन कंस्ट्रक्शंस, क्रॉम्पटन ग्रीव्ज, विजया बैंक, एस कुमार सिनफेब, देना बैंक, रेनबैक्सी, होटल लीला, पाटनी कम्प्यूटर्स, इलाहाबाद बैंक, फेडरल बैंक, जेएसडब्ल्यू स्टील, जिंदल स्टेनलेस एवं कर्नाटका बैंक के साथ ही रिलायंस समूह के लगभग सभी शेयर्स एवं पॉवर सेक्टर के शेयरों में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ रही है।

नए इश्युओं में कावेरी सीड लि. का इश्यू 6 सितंबर को खुल रहा है। कंपनी हाइब्रीड सीड्स का उत्पादन एवं विक्रय करती है। कंपनी का वित्तीय रिकॉर्ड विशेष उत्साहवर्धक नहीं है तथा इश्यू भी तुलनात्मक रूप से महँगे भाव पर जारी हो रहा है। इसलिए निवेशक इश्यू को नजरअंदाज कर सकते हैं। पॉवर ग्रिड कार्पोरेशन का इश्यू 10 सितंबर को खुलेगा। पॉवर ट्रांसमिशन के क्षेत्र में अग्रणी सरकारी क्षेत्र की इस कंपनी का इश्यू प्रत्येक पैमाने पर निवेश योग्य है।

प्रकाशित लेखों के विचार से संपादक का सहमत होना कतई आवश्यक नहीं है। उनमें दी गई सलाह या दिशा-निर्देश भी लेखकों के अपने हैं, अतः उनके लिए वेबदुनिया उत्तरदायी नहीं है। निवेशकों से अनुरोध है कि वे सोच-समझकर निर्णय लें। प्र.सं.