शहद का विकल्प हैं लता मंगेशकर
संगीतकार रविन्द्र जैन ने स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर को अद्वितीय बताते हुए कहा है कि लता को शहद का विकल्प कहा जा सकता है।उन्होंने कहा कि स्वर कोकिला लता कुदरत की विशिष्ठ देन है। उनके गले की मिठास पर उम्र हावी नहीं है इसीलिए उन्हें शहद का विकल्प कह रहा हूँ।रविन्द्र ने कहा कि लता जैसी कलाकार सदियों में पैदा होती है और उनके लिए वे इतना ही कहना चाहेंगे कि देश में जब तक गंगा है तब तक लता भी रहे।हाल में लता के जन्मदिन पर एक साक्षात्कार में उनके कथन कि अगले जन्म मुझे लड़की नहीं बनना पर रविन्द्र ने कहा कि कोई बात नहीं वह लड़की नहीं तो माईकल जैक्सन की तरह लड़के के रुप में जन्म लें।आज के दौर में चल रहे संगीत पर उन्होंने कहा कि पहले का संगीत दिल में उतर जाता था लेकिन आज का संगीत दिल से ही उतर जाता है। संगीत एक माध्यम है, जिसका प्रतिबिम्ब समाज में झलकेगा इसलिए संगीत ऐसा हो जो बच्चों को संस्कारित करें।उन्होंने कहा कि मीरा जैसा कलाकार कोई नहीं हो सकता है तथा मीरा की तरह अंतर्मुखी होने पर भगवान मिल जाता है।