Last Modified: जयपुर ,
रविवार, 17 जनवरी 2010 (14:21 IST)
राजस्थान : फिर उठा आरक्षण का धुआँ
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा राज्य में पुरानी भर्ती प्रक्रिया को जारी रखने की घोषणा के बाद एक बार फिर आरक्षण मुद्दे को लेकर राजनीतिक सरगर्मियाँ तेज हो गई हैं।
मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने राजस्थान उच्च न्यायालय में विचाराधीन आरक्षण याचिका का निस्तारण नहीं होने तक भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं करने की माँग कर आरक्षण मुददे को फिर हवा दे दी है।
राजस्थान गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला ने कहा, 'उच्च न्यायालय में विचाराधीन आरक्षण याचिका पर निर्णय आने से पूर्व ही मुख्यमंत्री द्वारा पहले से चल रही भर्ती प्रक्रिया को जारी रखना गुर्जर और आर्थिक रूप से पिछड़ी जातियों के युवकों पर कुठाराघात है। उन्होंने कहा कि सरकार भर्ती प्रक्रिया को जारी रखने पर अडिग रही तो गुर्जर समाज, सर्व समाज के साथ मिलकर फिर से आन्दोलन शुरू करेगा।'
इधर अधिकारिक सूत्रों ने कहा, 'मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा पहले से चल रही भर्ती प्रक्रिया के अनुरूप भर्ती शुरू करने की घोषणा से करीबन नब्बे हजार पदों पर नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इससे गुर्जर समाज समेत अन्य वर्गों को भी आरक्षण मिलेगा इसलिए यह कहना गलत है कि इससे गुर्जर समेत अन्य जातियों के युवकों पर कुठाराघात होगा।'(भाषा)