शुक्रवार, 29 मार्च 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. »
  3. समाचार
  4. »
  5. प्रादेशिक
Written By WD
Last Modified: लखनऊ (वेबदुनिया) , गुरुवार, 4 सितम्बर 2008 (22:03 IST)

मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक एक नाटक-सपा

मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक एक नाटक-सपा -
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री मायावती की समीक्षा बैठक महज एक नाटक है। इस नाटक का शो हर दो-तीन महीने में आयोजित होता रहता है।

उन्होंने कहा कि राज्य जिस गम्भीर संकट के दौर से गुजर रहा है, उसकी तबाही के अपराध से मुख्यमंत्री दोषमुक्त नही हो सकती। उनकी यह स्वीकरोक्ति कि थाने बिक रहे हैं अथवा बाढ़ की तबाही के लिए अधिकारी जिम्मेदार हैं, यह प्रमाणित करता है कि प्रदेश में कुछ भी ठीक नही चल रहा है।

बसपा सरकार के 470 दिन इस बात की सनद है कि प्रदेश में रत्तीभर भी विकास नही हुआ है। कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है। जिस प्रदेश की मुख्यमंत्री स्वय अपने जीवन की चिन्ता को लेकर सार्वजनिक गुहार लगाती हो, उस प्रदेश के आम लोगों की जिन्दगी कैसे सुरक्षित रह सकती है?

प्रवक्ता के अनुसार ऊपर से लेकर नीचे तक भ्रष्टाचार से सरकार पूरी तरह सराबोर है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बसपा सरकार का ''कमीशन ही मिशन'' है। सरकार के हर स्तर पर कमीशन का बोलबाला है। सरकारी खजाने की लूट मची हुई है। अनावश्यक कार्यो पर राजकोष का दुरूपयोग किया जा रहा है। समाजवादी पार्टी बसपा सरकार के अपराधिक कृत्य की घोर निन्दा करती है।

यह शर्मनाक है कि जहॉ एक तरफ लगभग आधा प्रदेश बाढ़ की विभीषिका एवं संक्रामक रोगों से जूझ रहा है, वहीं प्रदेश की मुख्यमंत्री ने एक भी बाढ़ पीड़ित व्यक्ति से भेंट नही की है। भीषण बाढ़ की चपेट में आने से हजारों लोग काल के गाल में समा चुके हैं। हजारों पशु बाढ़ की भेंट चढ़ चुके हैं। हजारों हेक्टेयर जमीन की फसल को बाढ़ ने पूरी तरह तहस-नहस कर दिया है। इस त्रासदी के बाद भी मुख्यमंत्री का अधिकारियों को ही दोषी ठहराना अपने सवैधानिक दायित्व की इतिश्री मानती है।