Last Modified: जयपुर ,
शुक्रवार, 2 मार्च 2012 (18:26 IST)
मंत्री नहीं जानते 'सेल्फ फाइनेंस स्कीम' का अर्थ
राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री रामकिशोर सैनी ‘सेल्फ फाइनेंस स्कीम’ का सही अर्थ नहीं बता सके।
यह अजीबोगरीब स्थिति उस समय हुई जब भाजपा की चंद्रकान्ता मेघवाल ने राज्यमंत्री से ‘सेल्फ फाइनेंस स्कीम’ का अर्थ बताने को कहा। सैनी ने कहा कि ‘सेल्फ फाइनेंस स्कीम’ निजी वित्त संस्था है, यह जवाब देते ही सदन ठहाके से गूंज गया।
इससे पहले, रामकिशोर सैनी ने कहा कि सरकारी एवं गैर सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में काउंसलिंग के माध्यम से ही प्रवेश दिया जाता है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार निजी संस्थानों की फीस में एकरूपता लाने के लिए प्रयास कर रही है।
उन्होंने भाजपा की चन्द्रकान्ता के मूल प्रश्न के जबाव में कहा कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, विशेष पिछड़ा वर्ग एवं महिलाओं को नियमानुसार आरक्षण दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि निजी संस्थानों में अलग-अलग सुविधाएं उपलब्ध करवाए जाने के कारण अभी तक फीस का एक समान निर्धारण नहीं है, लेकिन राज्य सरकार का प्रयास है कि इनकी एक निश्चित फीस निर्धारित कर एकरूपता लाई जाए।
सैनी ने कहा कि सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में आवेदन लेकर मैरिट के आधार पर प्रवेश दिया जाता है। (भाषा)