बुधवार, 24 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. »
  3. समाचार
  4. »
  5. प्रादेशिक
Written By भाषा
Last Modified: पटना , बुधवार, 31 जुलाई 2013 (17:05 IST)

बिहार में भाजपा को एक और झटका

बिहार में भाजपा को एक और झटका -
FILE
पटना। बिहार भाजपा के प्रवक्ता पद से हटाए गए रामकिशोर सिंह ने सुशील मोदी पर तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए बुधवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया।

उन्हें भाजपा की चुनाव अभियान समिति के प्रमुख गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना और बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू नेता नीतीश कुमार की तारीफ करने के बाद मंगलवार को प्रदेश पार्टी अध्यक्ष मंगल पांडेय द्वारा प्रवक्ता पद से हटा दिया गया था। भाजपा पार्षद सिंह ने अपना इस्तीफा राज्य प्रमुख को भेज दिया।

सिंह ने सार्वजनिक तौर पर नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व पर संदेह जताया था और मुख्यमंत्री एवं जदयू नेता नीतीश कुमार की तारीफ की थी जिसके बाद उन्हें प्रवक्ता के पद से हटा दिया गया था।

उन्होंने विधानसभा परिसर में संवाददाताओं से कहा कि मैंने पार्टी नेताओं से बुधवार को प्रात: 11 बजे तक मामले पर चर्चा करने को कहा था लेकिन जब कोई जवाब नहीं आया तो मैंने अपना इस्तीफा बिहार भाजपा अध्यक्ष मंगल पांडेय को भेज दिया।

भाजपा के पूर्व प्रवक्ता ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी की कड़ी आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि वह पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से ‘तानाशाहीपूर्ण तरीके से’ व्यवहार करते हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि सुशील मोदी पार्टी के वयोवृद्ध नेता अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी की तारीफ करते हैं ताकि भाजपा की चुनाव अभियान समिति के प्रमुख नरेन्द्र मोदी के सामने अपने नंबर बढ़ा सकें।

सिंह ने कहा था कि नरेन्द्र मोदी खारे पानी से बनी बर्फ हैं, जो दिल्ली पहुंचने से पहले ही (प्रधानमंत्री बनने से पहले ही) गल जाएगी। उन्होंने यह भी कहा था कि गुजरात मॉडल पूरे देश पर लागू नहीं हो सकता।

सिंह ने कहा था कि नीतीश कुमार ‘विकास पुरुष’ थे और हैं जिनमें सबको साथ लेकर चलने की क्षमता है...। वे निश्चित रूप से प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखते हैं।

यह पूछे जाने पर कि क्या वे जदयू में शामिल होने की योजना बना रहे हैं? सिंह ने कहा कि उन्होंने अब तक ऐसा कोई फैसला नहीं किया है।

सिंह को नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व के खिलाफ विचार व्यक्त करने और यह कहने पर पार्टी का कोपभाजन बनना पड़ा है कि भाजपा के कम से कम 35 विधायक पिछले विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के कारण विजयी हुए थे। (भाषा)