राजा-महाराजाओं के समय में जनता राजा के सामने घंटा बजाकर फरियाद सुनाया करती थी, अब इस आधुनिक जमाने में बिहार पुलिस लोगों की फरियाद सुनने के लिए फरियादी घंटे का प्रयोग करने जा रही है।
बिहार पुलिस से फरियाद लगाने वालों को अब भटकना नहीं पड़ेगा। वे जब चाहें अब बस एक 'घंटी' बजाकर अपनी शिकायत पुलिस के सामने रख सकेंगे। यह अनोखा प्रयोग बिहार के दरभंगा प्रमंडल में इस गणतंत्र दिवस से शुरू किया गया है।
दरभंगा रेंज के आईजी अरविंद पांडेय ने क्षेत्र के सभी जिलों के पुलिस ऑफिसर्स को निर्देश दिया है कि वे अपने घरों के बाहर एक 'फरियादी घंटी' लगवाएं। यह घंटी इंस्पेक्टर से लेकर आईजी स्तर तक के ऑफिसरों के यहां लगाई जाए। दरभंगा रेंज में 10 जिले शामिल हैं। इन जिलों में मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, समस्तीपुर, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया, सुपौल और मधेपुरा शामिल हैं।
इस सुविधा में जनता अपनी परेशानी लेकर सीधे अधिकारियों के घर या ऑफिस जा सकेगी और घंटी बजाकर अपनी शिकायत दर्ज कराएंगे। अधिकारी के न होने पर उनका कोई न कोई प्रतिनिधि मौजूद रहेगा।
इसके अलावा हर जिले में एसपी के आवास या कार्यालय पर एएसआई स्तर के दो ऑफिसर तैनात रहेंगे। वे अधिकारी शाम से रात के बीच आने वाले किसी भी फरियादी की शिकायत सुन सकेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे।
उन्होंने बताया कि अधिकारियों के आवास के बाहर लगी घंटी बजते ही आवासीय कार्यालय में प्रतिनियुक्त अधिकारी फरियादी के पास जाकर शिकायत सुनेगा और समाधान की दिशा में कार्रवाई करेगा। इस सुविधा को आप आदमी पार्टी के असर के रूप में भी देखा जा रहा है। जिस तरह पार्टी आम आदमी तक पहुंच रही है, उसी तरह ये पुलिस महकमा की कोशिश है।