Last Modified: लखनऊ ,
गुरुवार, 12 जनवरी 2012 (14:35 IST)
जनता के लिए बंद हुए मूर्तियों वाले पार्क
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री मायावती और उनकी पार्टी बसपा के चुनाव चिह्न हाथी की मूर्तियों को पर्दे से ढकने के बाद अब उन पार्कों को भी आम जनता के लिए बंद कर दिया गया है, जहां यह मूर्तियां स्थापित हैं।
राजधानी लखनऊ में गोमती नगर स्थित डॉ. भीमराव अम्बेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल और स्मृति उपवन, वीआईपी रोड पर स्थित मान्यवर कांशीराम ग्रीन इको गार्डन एवं आशियाना स्थित कांशीराम स्मारक सहित कुल नौ ऐसे पार्क और स्मारक स्थल हैं, जहां मायावती और हाथी की मूर्तियां लगी है। इन मूर्तियों को ढकने का काम कल पूरा हो गया है।
दलित महापुरुषों के नाम पर बनाए गए इन तमाम पार्कों और स्मारकों को बीते अक्तूबर महीने में टिकट लगाकर आम जनता के लिए खोल दिया गया था, मगर आज से इनमें आमजन के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।
इन पार्कों के रखरखाव का जिम्मा उठाने वाले लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने हालांकि इस संबंध में कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया, मगर इन पार्कों और स्मारकों पर तैनात कर्मचारियों ने चुनाव हो जाने तक वहां जनता के प्रवेश पर रोक लगा दिए जाने की बात की पुष्टि की है।
उल्लेखनीय है कि बसपा के चुनाव चिह्न हाथी की मूर्तियों को पीले रंग के प्लास्टिक कवर से ढका गया है, जबकि मायावती की मूर्तियां प्लाईबोर्ड से ढकी गई है। (भाषा)