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Written By WD
Last Modified: सोमवार, 26 अगस्त 2013 (16:46 IST)

अजीत जोगी को दो-टूक नसीहत

-बी. रवि

अजीत जोगी को दो-टूक नसीहत -
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रायपुर। कांग्रेस महासचिव बीके हरिप्रसाद शनिवार को अजीत जोगी से मिलने उनके निवास गए और दोनों के बीच कुछ देर बंद कमरे में बातचीत हुई। कहा जा रहा है कि हरिप्रसाद ने जोगी को साफ शब्दों में समझा दिया है कि पार्टी विरोधी गतिविधियां और अपने ही नेताओं के बारे में बुरा-भला कहना छोड़ दे, नहीं तो उनका कांग्रेस से निष्कासन तय है

हरिप्रसाद की जोगी से मुलाकात पूर्व निर्धारित नहीं थी, अचानक दोपहर बाद कार्यक्रम बना। हरिप्रसाद व जोगी की मुलाकात के बाद अचानक जोगी के बेटे अमित जोगी दिल्ली रवाना हो गए।

मिनीमाता जयंती के बहाने जोगी पिछले करीब एक हफ्ते से जगह-जगह कार्यक्रम कर रहे थे। कभी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनेन्द्र साहू के इलाके में तो कभी कांग्रेस समन्वयक भूपेश बघेल के क्षेत्र में सभा ले रहे थे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चरणदास महंत को भी नहीं बख्‍शा। कार्यक्रम आयोजित कर उन्होंने बाकायदा अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया।

जोगी की गतिविधियों की शिकायत साहू व बघेल ने हाईकमान से की थी। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महंत ने भी जोगी के खिलाफ रिपोर्ट दी। वैसे भी माना जा रहा है कि झीरम घाटी की घटना के बाद जोगी से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी खफा हैं। पिछले हफ्ते की गतिविधियों से हाईकमान और नाराज हो गया।

कहा जा रहा है कि जोगी को दिल्ली तलब किया गया था, लेकिन उन्होंने स्वास्थ्यगत कारणों से फिलहाल दिल्ली जाने में असमर्थता जताई। इसके बाद हाईकमान ने हरिप्रसाद को उनसे मिलने और सोनिया गांधी व राहुल गांधी का संदेश देने के लिए कहा।

हरिप्रसाद जोगी समर्थक अनिल टाह की गाड़ी में उनके निवास गए। कहा तो यह भी जा रहा है कि टाह ने मध्यस्थता की को‍शिश की है। मुलाकात के बाद टाह शाम को नियमित विमान से दिल्ली चले गए। अमित जोगी भी शाम को दिल्ली गए।

टाह का कहना है कि दिल्ली जाने का कार्यक्रम पूर्व निर्धारित था। टाह ने नई दिल्ली पहुंचकर कहा कि अमित जोगी भी दिल्ली आ गए हैं लेकिन उनके साथ नहीं आए हैं, क्योंकि उनका कार्यक्रम अचानक बना। अमित जोगी के दिल्ली से लौटने के बाद नया समीकरण सामने आएगा।

जोगी परिवार पहले भी गांधी परिवार से मिलकर अपनी बात रख चुका है, तब भी गांधी परिवार ने उन्हें कांग्रेस के लिए काम करने व अपनी गतिविधियां बंद करने की नसीहत दी थी, लेकिन लौटकर उल्टे आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया। इससे भी हाईकमान खफा हो गया। आने वाले कुछ दिनों में तस्वीर साफ होगी।