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Written By वार्ता
Last Modified: नई दिल्ली (वार्ता) , शनिवार, 2 जून 2007 (04:21 IST)

शेखावत पर विश्वास हनन का आरोप

शेखावत पर विश्वास हनन का आरोप -
गुजरात में फर्जी मुठभ़ेड का मुद्दा उठाने की अनुमति नहीं मिलने से उत्तेजित सत्तारूढ़ कांग्रेस ने राज्यसभा के सभापति भैरोंसिंह शेखावत पर विश्वास तोड़ने का आरोप लगाया और शोर-शराबे के बीच सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।

दो बार के स्थगन के बाद जब सदन की बैठक दोपहर बाद 2 बजे शुरू हुई तो सत्यव्रत चतुर्वेदी की अगुवाई में कांग्रेस के सदस्यों ने फर्जी मुठभेड़ का मुद्दा उठाने का फिर से प्रयास किया।

लेकिन सभापति ने जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर विपक्ष के नेता जसवंत सिंह के नोटिस पर उन्हें बोलने की अनुमति दी। चतुर्वेदी और कांग्रेस के ही नारायण सामी ने कहा कि विपक्ष अपनी बात कह लेगा और फिर किसी न किसी बहाने सदन नहीं चलने देगा।

इस पर सभापति ने कहा कि वह गुजरात और नंदीग्राम के मुद्दे पर दिए गए नोटिसों पर क्रमानुसार बोलने की इजाजत देंगे और इसके लिए उन्होंने अपने सचिवालय को क्रम तय करने की हिदायत दे ही है।

इसके बाद कांग्रेसी सदस्य शांत हो गए और जसवंत सिंह को बोलने दिया गया। जैसी ही सिंह ने अपनी बात समाप्त की, कांग्रेस के सदस्य फिर खड़े हो गए और फर्जी मुठभेड़ का मुद्दा उठाए जाने की माँग करने लगे। सभापति ने अपनी व्यवस्था दोहराई कि वह नोटिसों का क्रम देखकर कोई फैसला लेंगे।

इससे कांग्रेस के चतुर्वेदी काफी उत्तेजित हो गए। उन्होंने कहा हमारी यह आशंका सही साबित हो गई है कि हमें अपनी बात कहने की अनुमति नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि हमारा विश्वास को तोड़ा गया है।

भाजपा के डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि आसन के खिलाफ चतुर्वेदी की टिप्पणी को कार्यवाही से निकाला जाना चाहिए क्योंकि सभापति ने विपक्ष के नेता के भाषण के बाद फर्जी मुठभेड का मुद्दा उठाने का आश्वासन नहीं दिया था। शोरशराबा बढता देख शेखावत ने सदन की बैठक बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी।