बुधवार, 24 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. »
  3. समाचार
  4. »
  5. राष्ट्रीय
Written By WD

लोकसभा में आधे सदस्यों ने शपथ ली

लोकसभा में आधे सदस्यों ने शपथ ली -
पंद्रहवीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हुआ जिसमें नवनिर्वाचित सदस्यों को सदन की सदस्यता की शपथ दिलाने का मुख्य कार्य हुआ। अस्थायी अध्यक्ष माणिकराव गावित और चार अन्य पीठासीन अधिकारियों ने प्रणब मुखर्जी, लालकृष्ण आडवाणी और सोनिया गाँधी सहित 543 सदस्यीय लोकसभा के करीब आधे सदस्यों को शपथ दिलाई।

सदन शुरू होने से पहले अध्यक्ष का चुनाव होने तक लोकसभा का संचालन करने के लिए राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने सबसे वरिष्ठ सांसद गावित को अस्थायी अध्यक्ष के रूप में शपथ दिलाई। साथ ही उन्होंने सदस्यों को शपथ दिलाने के लिए चार अन्य वरिष्ठ सांसदों बासुदेव आचार्य (माकपा), अर्जुन चरण सेठी (बीजद), बीरेनसिंह एंगटी (कांग्रेस) और सुमित्रा महाजन (भाजपा) को मनोनीत किया है।

हर घंटे औसतन 50 से 55 सदस्यों को शपथ दिलाई गई। सदन के नेता प्रणब मुखर्जी विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गाँधी को शपथ दिलाने के बाद मंत्रिपरिषद के सदस्यों को शपथ दिलाने से सिलसिला शुरू हुआ तत्पश्चात अंग्रेजी के वर्णानुक्रम में राज्यवार सदस्यों को शपथ दिलाई गई।

आज पंजाब तक शपथ का कार्य पूरा हो गया है, लेकिन इनमें भी कई सदस्य अनुपस्थित रहने के कारण शपथ नहीं ले सके, जिन्हें कल बाकी सदस्यों को शपथ दिलाए जाने के बाद शपथ दिलाई जाएगी। प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह जो राज्यसभा के सदस्य हैं, भी सदन में मौजूद थे।

पहला सत्र नौ जून तक चलेगा। तीन जून को अध्यक्ष का चुनाव होगा और चार जून को राष्ट्रपति दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। इसके बाद लोकसभा के साथ राज्यसभा का सत्र भी चालू हो जाएगा और दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी।

शपथ ग्रहण करने कई सांसद आज अपने अपने क्षेत्र की परंपरागत रंग-बिरंगी पोशाकों में नजर आए और कुछ तो सींग और फर लगी टोपी तक पहनकर आए थे। विशिष्ट दीर्घा में प्रियंका गाँधी, उनके पति रॉबर्ट वढेरा, भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर, कांगेस नेता राजीव शुक्ला और सपा नेता रामगोपाल यादव, पूर्व सांसद रामदास अठावले सांसद अजहरुद्‍दीन की पत्नी संगीता बिजलानी बैठे नजर आए।

शपथ लेने वाले सदस्यों में आज कई पूर्व मुख्यमंत्री शामिल थे जिनमें दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकीं सुषमा स्वराज, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार, सुशील कुमार शिंदे, झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके अर्जुन मुंडा, मधु कोड़ा और बाबू लाल मरांडी कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एन. धरमसिंह, एचडी देवेगौड़ा, एचडी कुमारस्वामी और वीरप्पा मोइली, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला प्रमुख रहे।

सदन की बैठक शुरू होते ही गावित ने सूचित किया कि सपा सदस्य अखिलेश यादव ने 21 मई को फिरोजाबाद सीट से इस्तीफा दे दिया था। उनका इस्तीफा 26 मई को मंजूर कर लिया गया है।

पंद्रहवीं लोकसभा का नजारा चौदहवीं लोकसभा के मुकाबले काफी बदला हुआ था। इस बार सत्ता पक्ष का जहाँ काफी विस्तार दिखा वहीं विपक्ष सिमटा नजर आया। 543 सदस्यों वाली लोकसभा में कांग्रेस 145 से बढ़कर 206 सदस्यों वाली हो गई, जबकि भाजपा 138 से सिमटकर 116 पर जा पहुँची है। हालाँकि उसकी सहयोगी जदयू की ताकत पहले से काफी बढ़ गई है।

लोजपा का पत्ता साफ : वाम दलों की उपस्थिति भी लगभग आधी रह गई जबकि सपा 36 से घटकर 22 पर सिमट गई है। राजद भी 24 से घटकर केवल चार पर आ गया है तो पासवान के नेतृत्व वाली लोजपा इस बार लोकसभा से नदारद ही हो गई है। नए समीकरणों के चलते राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और सपा प्रमुख मुलायमसिंह यादव साथ साथ बैठे दिखे।

रिश्देतारों ने बढ़ाया उत्साह : इस लोकसभा में कई ऐसे सदस्य चुनकर आए हैं, जो आपस में निकट के रिश्तेदार हैं। सदन में उपस्थित ऐसे प्रमुख लोगों में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी और उनके पुत्र राहुल गाँधी, केंद्रीय मंत्री शरद पवार और उनकी पुत्री सुप्रिया सुले, तृणमूल नेता शिशिर अधिकारी और उनके पुत्र शुभेन्दु अधिकारी प्रमुख हैं।

पवार के शपथ लेने जाने पर बिटिया सुप्रिया ने मेज थपथपा कर पिता को बधाई दी तो सुप्रिया के शपथ लेते समय पवार सदन में बेटी का उत्साह बढ़ाने के लिए मौजूद थे। सोनिया की शपथ के वक्त पुत्र राहुल सदन में नहीं दिखे, जबकि पुत्री प्रियंका और दामाद रॉबर्ट वढेरा विशिष्ट दीर्घा में मौजूद थे।

भाजपा नेता मेनका गाँधी और उनके पुत्र वरुण तथा रालोद नेता अजितसिंह और उनके पुत्र जयंत चौधरी भी लोकसभा का सदस्य चुने गए हैं। सदन में आज मेनका मौजूद थीं लेकिन उनके पुत्र दिखाई नहीं दिए। अजित और उनके पुत्र भी सदन में नहीं दिखे।

दामाद नससुसे हाथ मिलाया : राजस्थान के अजमेर से निर्वाचित होकर आए कांग्रेस नेता सचिन पायलट शपथ लेने के बाद मध्य पंक्ति में बैठे अपने श्वसुर फारूक अब्दुल्ला के पास पहुँचे और उनसे भी हाथ मिलाया। इस दौरान जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गर्व से मुस्कराते दिखाई दिए। द्रमुक नेता और केंद्रीय मंत्री एम. अझागिरी और उनके भतीजे दयानिधि मारन भी मौजूद थे। इन दोनों सदस्यों को एक दूसरे के बगल में बैठे देखा गया।

सुमित्रा ने ली संस्कृत में शपथ : इंदौर की सांसद सुमित्रा महाजन ने संस्कृत में शपथ ली। सुमित्रा महाजन का शपथ लेने वालों में चौथा क्रम था। उनके बाद वासुदेव आचार्य आए, जिन्होंने बंगाली में शपथ ग्रहण की।

...और स्थगित हो गई कार्यवाही
अब सांसद बोलेंगे- 'मैडम स्पीकर'
पहली बार बिहार से कोई मंत्री नहीं
आरएसएस ने अगाथा को सराहा