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Written By भाषा

राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने शोक जताया

राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने शोक जताया -
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राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी सहित अनेक नेताओं ने गुरुवार को अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू के निधन पर गहरा शोक जताया। खांडू का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो गया।

प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में खांडू के असामयिक निधन पर शोक जताया गया। उधर सोनिया गाँधी की अध्यक्षता में हुई कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में भी खांडू के निधन पर शोक व्यक्त किया गया।

राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने अपने शोक संदेश में कहा कि खांडू ऐसे राजनीतिक थे जिन्होंने अपना जीवन सार्वजनिक कार्यों में सक्रियता से लगाया और वह जनता की नब्ज को अच्छी तरह समझते थे।

उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि खांडू एक ऐसे करिश्माई नेता थे जो यह मानते थे कि समाज के कल्याण एवं खुशहाली को केवल भौतिक विकास के पैमाने से नहीं आंका जा सकता बल्कि उसे उसके लोगों के मानवीय विकास से आंका जा सकता है।

प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने खांडू की पत्नी रिनचिम द्रेमा को भेजे अपने शोक संदेश में कहा कि दिवंगत नेता ने राज्य के लिए पूरे समर्पण के साथ काम किया और उसके हितों को बढ़ावा देने के लिए अथक परिश्रम करते रहे।

प्रधानमंत्री ने कहा है कि खांडू एक वरिष्ठ राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने राज्य के हितों को बढ़ावा देने के लिए अथक परिश्रम किया। अप्रैल 2007 में अरुणाचल प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य के विकास के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की और पूरे समर्पण के साथ काम किया।

उन्होंने कहा कि उनके निधन से अरूणाचल प्रदेश ने और देश ने एक ऐसा अनुभवी तथा योग्य नेता खो दिया है जिसने समर्पित जन सेवा में बरसों बिताए थे।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई कांग्रेस कार्य समिति :सीडब्ल्यूसी: की बैठक में दोरजी खांडू के हेलिकॉप्टर दुर्घटना में हुए आकस्मिक एवं असामयिक निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी गई और कहा गया कि दोरजी का असामयिक निधन पार्टी की एक ऐसी क्षति है जिसका खालीपन एक लंबे समय तक महसूस होगा।

सीडब्लूसी ने एक प्रस्ताव पारित कर कहा कि खांडू ने अपेक्षाकृत बहुत कम आयु में अनेक उपलब्धियाँ प्राप्त की थी। उन्होंने जब जो भी काम हाथ में लिया उसमें न न केवल सफलता पाई बल्कि सम्मान और प्रशंसा भी हासिल की।

सीडब्लूसी ने कहा कि अरूणाचल प्रदेश की मोनपा जनजाति के एक साधारण परिवार में जन्में खांडू ने अपने कर्म और निष्ठा के माध्यम से प्रदेश के सबसे बड़े राजनीतिक पद पर पहुंचे जो अपने आप में एक उदाहरण है। आज उनका निधन पार्टी की एक ऐसी क्षति है जिसका खालीपन एक लंबे समय तक महसूस होगा।

खांडू और चार अन्य लोगों को लेकर एक हेलिकॉप्टर शनिवार को तवांग से रवाना हुआ था लेकिन उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद वह लापता हो गया था। पांच दिन की तलाश के बाद हेलिकॉप्टर का मलबा और उसमें सवार सभी पांचों व्यक्तियों के शवों का कल पता चला। (भाषा)