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Written By भाषा

मनमोहन ने की महँगाई पर चर्चा

मनमोहन ने की महँगाई पर चर्चा -
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रोजमर्रा के खाने-पीने की वस्तुओं के आसमान छूते दाम को लेकर आलोचना झेल रहे प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने मंगलवार को मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सदस्यों के साथ बैठक की और समझा जाता है कि उन्होंने महँगाई थामने के विभिन्न विकल्पों पर चर्चा की।

खाद्य मुद्रास्फीति के 18 प्रतिशत से ऊपर निकल जाने की पृष्ठभूमि में हुई यह अहम बैठक में कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। हालाँकि कृषि मंत्रालय ने पाँच लाख टन चीनी निर्यात के फैसले को फिलहाल रोक दिया।

दो घंटे से अधिक चली इस बैठक के बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं बताया गया। समझा जाता है कि बैठक में महँगाई थामने की कई उपायों पर विचार विमर्श किया गया। इसमें रिजर्व बैंक की आगामी मौद्रिक समीक्षा में उठाए जाने वाले संभावित कदमों पर भी विचार हुआ।

वित्तमंत्री प्रणव मुखर्जी, गृहमंत्री पी. चिदंबरम, कृषि एवं खाद्य मंत्री शरद पवार और योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेकसिंह अहलूवालिया इस बैठक में उपस्थित थे। ऐसे संकेत हैं कि रिजर्व बैंक गवर्नर डी. सुब्बाराव महँगाई थामने के विभिन्न उपायों पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह से मिलेंगे।

रिजर्व बैंक पिछले एक साल में मुद्रास्फीति को काबू में करने के लिए कई बार नीतिगत दरों में वृद्धि कर चुका है और तीसरी तिमाही मौद्रिक समीक्षा इस महीने के आखिर में वह पेश करेगा।

कृषि मंत्री शरद पवार ने इससे पहले चीनी निर्यात के लिए हामी भर दी थी, लेकिन स्थिति की समीक्षा करने के बाद अब यह लगता है कि यह मामला मंत्रियों के अधिकार प्राप्त समूह में जाएगा, जिसके अध्यक्ष वित्तमंत्री प्रणव मुखर्जी हैं।

प्याज, टमाटर, दूध, फल, सब्जी तथा खाने-पीने की अन्य वस्तुओं के दाम बढ़ने से गत 25 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में खाद्य मुद्रास्फीति 18 प्रतिशत से ऊपर निकल गई है। प्याज के दाम नीचे लाने के भरसक प्रयासों के बावजूद इसे 55 से 60 रुपए किलो से नीचे नहीं लाया जा सका।

दिल्ली सरकार और व्यापारी आमने-सामने : उधर, आयकर विभाग के छापों के विरोध में आजादपुर मंडी के व्यापारियों ने कल से हड़ताल पर पर जाने की धमकी दी है। दूसरी तरफ, दिल्ली सरकार ने व्यापारियों के हड़ताल पर जाने की स्थिति में आवश्यक सेवा रखरखाव अधिनियम (एस्मा) के तहत कारवाई करने की घोषणा की है।

इस बीच, केन्द्र सरकार ने राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नाफेड) से कहा है कि वह सस्ता प्याज बेचने के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में और केन्द्र खोले। नाफेड 35 रुपए किलो पर प्याज की बिक्री करेगा। (भाषा)