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Written By भाषा
Last Modified: नई दिल्ली , शुक्रवार, 16 नवंबर 2012 (23:15 IST)

भाजपा : संसद हमारे लिए मज़हब की तरह

भाजपा : संसद हमारे लिए मज़हब की तरह -
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भाजपा ने दावा किया कि संसद सत्र सुचारू रूप से चलाने में वह सरकार से भी ज्यादा उत्सुक है, क्योंकि भारतीय लोकतंत्र में संसद उसके लिए मज़हब के समान है।

पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने कहा कि संसद के पिछले दो सत्र विपक्ष के कारण नहीं, बल्कि सरकार के अड़ियल रवैये की वजह से नहीं चला पाए।

उन्होंने कहा कि संसद के पिछले शीतकालीन सत्र में सरकार अगर 2जी स्पेक्ट्रम मामले की जांच संयुक्त संसदीय समिति से कराने की संसद के बहुमत सदस्यों की बात मान जाती तो सदन के कामकाज में व्यवधान नहीं पड़ता। आखिर बाद में उसने जेपीसी गठित करने की मांग को स्वीकार करके साबित किया कि उसके अड़ियल रवैये के कारण वह सत्र नहीं चला।

जावडेकर ने कहा इसी तरह पिछला मानसून सत्र भी कोयला ब्लॉक आवंटन की जांच कराने की विपक्ष की मांग नहीं मानने के कारण नहीं चल पाया। भाजपा संसद को चलने देना चाहती है, क्योंकि लोकतंत्र में संसद उसके लिए मज़हब की तरह है और वह उसमें व्यवधान के विरुद्ध है, लेकिन सदन चलाने के लिए सरकार को चाहिए कि वह सदन के बहुमत सदस्यों की बातों पर कुछ ध्यान दे।

कांग्रेस पर संसद नहीं चलने देने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि उसके नेतृत्व वाली संप्रग सरकार तमाम तरह के घोटालों की जवाबदेही से बचने के लिए संसद की कार्यवाही नहीं चलने देना चाहती है। विपक्ष की वाजिब मांगों पर ध्यान नहीं देकर वह उसकी कार्यवाई को ठप करा देती है।

संसद का शीतकालीन सत्र 22 नवंबर से शुरू हो रहा है और आशंका है कि एफडीआई मुद्दे पर फिर से व्यवधान हो सकता है, लेकिन प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने भाजपा के वरिष्ठ सदस्यों को शनिवार को भोज पर आमंत्रित करके मामले को सुलझाने की पहल की है। (भाषा)