बापू के स्मृति चिह्नों की नीलामी
राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के लगभग 11 स्मृति चिह्नों की इस महीने अमेरिका में नीलामी की जाएगी। जिन स्मृति चिह्नों की नीलामी होनी है उनमें बापू के हस्ताक्षर वाले नोट, पत्र और खादी का एक कपड़ा है। इस नीलामी से 15 लाख रुपए से ज्यादा प्राप्त होने की उम्मीद है।कैलिफोर्निया के बोनहैम्स नीलामी घर में आगामी 13 फरवरी को महात्मा गाँधी के स्मृति चिह्नों की नीलामी होगी। बोनहैम्स नीलामी घर का कहना है कि लॉस एंजिल्स के एक संग्रहकर्ता की ओर से कई दशकों में इन स्मृति चिह्नों को इकट्ठा किया गया है। यह संग्रहकर्ता अहिंसा आंदालनों के इतिहास में रुचि लेता था।बहरहाल, गाँधी के निजी इस्तेमाल की वस्तुएँ नीलाम किए जाने पर काफी विवाद हुआ था और सरकार को विदेशों में हुई नीलामी रोकने में विफलता ही हाथ लगी है। बोनहैम्स नीलामी घर का कहना है कि इस नीलामी की बाबत भारत सरकार ने उससे कोई संपर्क नहीं किया है।बोनहैम्स में ‘फाइन बुक्स एंड मैनूस्क्रिप्ट्स’ की अमेरिकी निदेशक कैथरीन विलियमसन ने बताया कि व्यक्ति विशेष के प्रति अपने सम्मान या किसी खास ऐतिहासिक क्षण में अपनी असीम रुचि के कारण हस्तलिपि संग्रह करने वाले पत्र, दस्तावेज और ऐतिहासिक स्मृति चिह्न चाहते हैं।विलियमसन ने कहा कि दुनिया के ज्यादातर बेहतरीन पुस्तकालय निजी संग्रहकर्ताओं की ओर से स्थापित किए गए हैं जिनकी संग्रह करने संबंधी कार्यों ने कई दुर्लभ चीजों को लोगों के जेहन से भूलने नहीं दिया।प्रेस और विपणन निदेशक जूलियन रूप ने कहा कि संग्रहकर्ता का शुरुआती ध्यान पत्र और दस्तावेज ही रहा है। उसके संग्रह के आभूषणों में से एक गाँधी का दो पन्नों वाला ‘ऑटोग्राफ लेटर’ है जिसमें उन्होंने कैथोलिक और दुनिया के अन्य धर्मों की बाबत अपने विचार व्यक्त किए हैं। (भाषा)