शनिवार, 20 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. »
  3. समाचार
  4. »
  5. राष्ट्रीय
Written By WD

दिल्ली में बिजली हुई महंगी

दिल्ली में बिजली हुई महंगी -
FILE
नई दिल्ली। बिजली वितरण कंपनी बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड ने अपने सरजार्ज में 8 फीसदी की बढोतरी करके दिल्लीवासियों को जोर का झटका दिया है। एक तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री ने चुनाव के पहले दिल्लीवालों को सस्ती बिजली देने का वादा किया था, वह वादा तो पूरा होना दूर, बिजली कंपनी के इस नए 'करंट' ने उनकी जेब पर एक तरह से डाका डाला है।

बिजली वितरण कंपनी बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड के सरचार्ज बढ़ने से शनिवार से ही बिजली का उपयोग करना महंगा हो जाएगा। यह तो एक झटका है...दूसरा झटका कंपनी ने यह ऐलान करके दिया है कि वह अपने इलाके में 24 घंटे बिजली मुहैया कराने में असमर्थ है।

बिजली ने दिल्ली सरकार को सूचित किया है कि शनिवार से (1 फरवरी) मध्य और पूर्वी दिल्ली के इलाकों 13 लाख घरों में आठ से 10 घंटे की बिजली कटौती हो सकती है। इस कटौती का कारण कंपनी पैसों की कमी होना बताया है। कंपनी ने साफ कहा है कि पैसे दो और बिजली लो। जिन स्थानों पर बिजली की कटौती हो सकती है उनमें मयूर विहार फेज-1, मयूर विहार फेज-2, मयूर विहार फेज-3, सीलमपुर. लक्ष्मीनगर, प्रीत विहार, पटपड़गंज, शकरपुर, विवेक विहार, गीता कॉलोनी, शाहदरा और दिलशाद गार्डन शामिल हैं।

इस बारे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सरकार चुप बैठने वाली नहीं है। ये बिजली कंपनियां बदमाशी कर रही हैं। इनकी मनमानी सही नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि देश में और भी बिजली कंपनियां हैं। हम दूसरी कंपनियों को ले आएंगे।

हालांकि केजरीवाल की माने तो दिल्ली में कोई बिजली कटौती नहीं होगी। उन्होंने कहा कि बिजली कंपनी कंपनियां ब्लैकमेलिंग करने की कोशिश कर रही हैं।

उल्लेखनीय है कि केजरीवाल ने मुख्यमंत्री बनने के पहले दिल्ली में बिजली के बढ़ते बिलों के संबंध में 15 दिन सुंदर नगरी में अनशन किया था। बाद में उनकी सरकार बनी और उन्होंने बिजली के बिल आधे करने के साथ ही बिजली कंपनियों का ऑडिट सीएजी से करवाने का फरमान जारी कर दिया। अब बिजली कंपनी और सरकार के टकराव का खामियाजा दिल्ली की जनता भुगत रही है।

सबसे बड़ा सवाल यही है कि यदि दिल्ली में 1 फरवरी से 8 से 10 घंटे की बिजली कटौती की जाती है तो क्या जगमगाती दिल्ली अंधेरे में डूब जाएगी? उन मैट्रो ट्रेनों का क्या होगा, जिसमें हजारों यात्री सफर करते हैं? (वेबदुनिया न्यूज)